मुजफ्फरनगर: कावड़ मार्ग पर पंडित जी ढाबा हुआ बंद, मुस्लिम स्टाफ को लेकर था विवाद

मुजफ्फरनगर में कावड़ मार्ग पर स्थित पंडित जी वैष्णो ढाबा स्वामी यशवीर जी महाराज के पहचान अभियान के बाद विवादों में घिर गया था. मुस्लिम स्टाफ के होने पर विवाद शुरू हुआ, जिसके बाद ढाबे के मालिक ने कर्मचारियों को बदल दिया था. वहीं, अब ढाबा को बंद कर दिया गया है.

विवादों में घिरा पंडित जी ढाबा हुआ बंद Image Credit:

मुजफ्फरनगर में कावड़ यात्रा मार्ग में स्थित पंडित जी वैष्णो ढाबा इन दिनों सुर्खियों में है. स्वामी यशवीर जी महाराज के पहचान अभियान के बाद ये ढाबा विवादों में घिर गया था. जहां पहचान अभियान के दौरान ढाबे पर काम करने वाले मुस्लिम लोग को लेकर हंगामा हुआ था. होटल के एक कर्मचारियों ने पेंट उतार कर चेक करने की कोशिश का आरोप भी लगाया था. हालांकि, बाद में उसने कबूला कि उसका असली नाम गोपाल नहीं ‘तज्जमुल’ था. वहीं, अब इस होटल को बंद कर दिया गया है.

दिल्ली देहरादून नेशनल हाईवे 58 पर स्थित पंडित जी वैष्णो ढाबे पर 28 जून को पहचान अभियान चलाया गया था. अब हालात यह है की सबसे पहले तो इस होटल के मालिक ने होटल के स्टाफ को बदलकर पूरा स्टाफ हिंदू रख कर होटल में लगा बारकोड भी चेंज कर दिया था. जिसके बाद फिर भी होटल पर काम ना आने के चलते आज इस होटल को नए मैनेजर सुनील शर्मा द्वारा बंद कर दिया गया है.

होटल को बंद करने के पीछे क्या है कारण?

होटल के नए मैनेजर सुनील शर्मा ने बताया कि यह उनके पास पांच लोगों का स्टाफ है. 1000 से 1500 रुपए के करीब हमारा खाना खर्चा हो जाता है. अब लेबर का खर्चा नहीं निकल पाएगा, कहां से हम रेंट दे देंगे, कहां से हम दिहाड़ी दे देंगे. चार-चार दिन की उनकी दिहाड़ी हो गई है. यहां पर मजदूर की दिहाड़ी क्या यशवीर महाराज दे देंगे या मीडिया दे देगी या प्रचार करने वाला कोई और दे देगा.

उन्होंने बताय़ा कि अब यशवीर महाराज भी खुश हैं उनकी तो पब्लिसिटी हो रही है. उनकी तो रोटी सेक रही है, हमारी रोटी कौन देगा? मुस्लिम कर्मचारी यहां कोई नहीं है. मैडम ने पहले ही हटा दिया था. मैनेजमेंट अभी 2 दिन से मेरे पास में आया है. 2 दिन से मैं भी परेशान हो कर ढाबा को बंद कर दिया है. बारकोड हमें नहीं पता किसके नाम से था. अब मेरे नाम से है. सभी कर्मचारी यहां हिंदू हैं.

पहले होटल पर बारकोड मुस्लिम नाम से था

इस होटल पर पहले धर्मेंद्र कुमार नाम का होटल मैनेजर था और बारकोड भी मुस्लिम नाम से था. लेकिन होटल मालिक दीक्षा शर्मा उसके पार्टनर सनोवर खान, आदिल खान ,जुबेर और एक अज्ञात ने मैनेजर धर्मेंद्र की पिटाई कर उसे होटल से निकाल दिया था. क्योंकि उसने स्वामी यशवीर जी की टीम और मीडिया कर्मियों को यह जानकारी दी थी कि यह होटल मुस्लिम व्यक्ति का है.