‘कैंपस है कि मयखाना?’ पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बिफर पड़ी कुलपति

वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कैंपस में शराब पार्टी और गंदगी पर कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने पूछा, 'यह कैंपस है कि मयखाना?' राज्यपाल ने प्रोटोकॉल तोड़कर यूनिवर्सिटी का निरीक्षण किया और खराब व्यवस्था, हॉस्टल आवंटन व छुट्टी के फैसलों पर अधिकारियों को जमकर लताड़ा. उनके कड़े तेवर ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को सकते में डाल दिया था.

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल

वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह चल रहा था. मुख्य अतिथि के तौर पर यूनिवर्सिटी की कुलपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल मंच पर थीं. इसी दौरान यूनिवर्सिटी में शराब पार्टी और विदेशी शराब की बोतलें मिलने का मामला आ गया. इसके बाद उन्होंने मंच से यूनिवर्सिटी प्रशासन को खूब खरी सुनाया. उन्होंने सीधे पूछ लिया कि ‘ये यूनिवर्सिटी कैंपस है कोई मयखाना. क्या आपकी यही स्थिति है?’ कुलपति के ये तेवर देखकर यूनिवर्सिटी प्रशासन की सांसे अटक गई.

यह घटनाक्रम पूर्वांचल यूनिवर्सिटी में 29वें दीक्षांत समारोह का है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने यूनिवर्सिटी कैंपस में शराब की बोतले मिलने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई. यही नहीं, उन्होंने मंच से ही यूनिवर्सिटी की खामियां गिनाते हुए कहा कि वह रोज अखबार पढ़ती हैं. उन्हें यहां की स्थिति के बारे में पूरी जानकारी है. राज्यपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दिनों कैंपस में शराब पार्टी आयोजित हो गई. इसको लेकर छात्रों ने प्रदर्शन भी किया था.

स्थिति जानने के लिए तोड़ा प्रोटोकॉल

राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी की स्थिति जांचने के लिए ऐन वक्त पर प्रोटोकॉल तोड़ दिया और पूर्व निर्धारित रास्ते को छोड़ कर दूसरे रास्ते से निकल पड़ी. रास्ते में गंदगी नजर आते ही उन्होंने एक बार फिर अधिकारियों क्लास लगा दी. चेतावनी दी कि दोबारा से कहीं गंदगी नजर नहीं आनी चाहिए. इसी क्रम में उन्होंने हॉस्टल की व्यवस्था पर भी अधिकारियों से जवाब तलब किया. उन्होंने पूछा कि ‘आखिर हॉस्टल की क्षमता के मुताबिक बच्चों को अलाटमेंट क्यों नहीं हो रहा. क्या बच्चे यहां रहना नहीं चाहते या फिर यहां की व्यवस्था ठीक नहीं है.’ इस सवाल पर अधिकारी बगलें झांकने लगे.

यूनिवर्सिटी में छुट्टी पर भी उठाया सवाल

दीक्षांत समारोह के वक्त यूनिवर्सिटी में छुट्टी कर दी गई थी. राज्यपाल को पता चला कि दीक्षांत समारोह के नाम पर 27 सितंबर को ही छुट्टी हो गई थी. इस बात पर उन्होंने ऐतराज जताया और अधिकारियों से जवाब तलब किया. हालांकि इस सवाल पर अधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि 2 अक्टूबर से छुट्टी की गई है. इस जवाब पर राज्यपाल ने असंतोष प्रकट किया और अधिकारियों को हालात में तुरंत सुधार लाने के निर्देश दिए.