बाहुबली नेता सोनू सिंह और उनके 18 समर्थक बरी, 19 साल पुराने मामले में फैसला

पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह और उनके 18 समर्थकों को बड़ी राहत मिली है. सुल्तानपुर कोर्ट ने 19 साल पुराने सभी को बरी कर दिया है. यह मामला 2006 में पुलिस पर जानलेवा हमला करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का था. सपा के पूर्व विधायक ने इसे सत्य की जीत बताया है.

सपा नेता सोनू सिंह समेत 19 बरी

सुल्तानपुर के इसौली से पूर्व विधायक और समाजवादी पार्टी नेता चंद्रभद्र सिंह सोनू समेत 19 लोगों को बड़ी राहत मिली है. सुल्तानपुर MP/MLA कोर्ट ने शनिवार को सभी 19 लोगों को बरी कर दिया है. यह फैसला 19 साल पुराने एक मामले में आया है. यह मामला 2006 में पुलिस पर जानलेवा हमला करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का था.

इस मामले में जब मुकदमा दर्ज किया गया था तब चंद्रभद्र सिंह ‘सोनू’ समाजवादी पार्टी के विधायक थे. कोर्ट का फैसला आते ही पूर्व विधायक सोनू सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है. पूर्व विधायक और बाहुबली नेता सोनू सिंह ने कोर्ट के फैसले पर कहा, ‘यह सत्य की जीत है. हमें अपनी अदलातों पर पूर्ण विश्वास है.’

MLA समेत 300-400 लोगों पर दर्ज हुआ था केस

दरअसल, 2006 में पूर्व विधायक के भाई यशभद्र सिंह ‘मोनू’ और उनके साथियों पर कूरेभार थाने में तैनात सिपाही यावर अली पर हमला करने का आरोप लगा था. इस मामले में जब पुलिस उनके पैतृक आवास मायंग गांव पहुंची तो जमकर बवाल हुआ. बाद में सोनू सिंह और उनके समर्थको समेत 300-400 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था.

वहीं, इस मामले में 25 लोगों के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल की गई थी. इसी दौरान मुकदमा ट्रायल के समय इनमें से 6 लोगों की मौत हो गई. जबकि 19 लोगों के खिलाफ मुकदमा चल रहा था. वहीं, आज सुल्तानपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने सोनू सिंह समेत उनके समर्थक समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया है.

पूर्व विधायक के वकील ने क्या कुछ कहा?

पूर्व विधायक के वकील रुद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह मामला 24 अगस्त 2006 का है, जब चंद्रभद्र सिंह सोनू सपा के विधायक थे और मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे. उस समय तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अजय मिश्रा और जिले के सभी थानों की फोर्स यशभद्र सिंह ‘मोनू’ को एक मुकदमे में गिरफ्तार करने गई थी.

उन्होंने कहा कि मोनू सिंह घर पर मौजूद नहीं थे, क्षेत्र की जनता वहां काफी इकट्ठा थी. अजय मिश्रा जबरदस्ती गिरफ्तारी करना चाहते थे. सोनू सिंह विधायक ने कहा मोनू घर पर नहीं है. लेकिन एसपी अजय मिश्रा ने घर की जबरदस्ती तालाशी करना चाहते थे. उसी में यह मुकदमा दर्ज हुआ था.