उत्तर प्रदेश मानसून ने पकड़ी रफ्तार, इन जिलों में होगी सबसे ज्यादा बारिश; IMD का अलर्ट
यूपी के अधिकांश हिस्सों में 1 जुलाई को रुक-रुक कर भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. प्रदेश के पश्चिमी ज़िलों में तेज़ बौछारें देखने को मिलने वाली हैं, जबकि पूर्वी हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. इसके लिए मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और गैरज़रूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है.

उत्तर प्रदेश में मानसून ने पहले ही दस्तक दे दिया था, लेकिन आज से रफ्तार पकड़ने वाला है. भारतीय मौसम विभाग के लखनऊ केंद्र से मिले इनपुट के मुताबिक, 1 जुलाई को प्रदेश के ज़्यादातर हिस्सों में घने बादल छाए रहेंगे. वहीं पूरे दिन कहीं लगातार तो कहीं रूक-रूककर गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है. मौसम विभाग ने इसके लिए राज्य के अलग- अलग जिलों को लेकर अलर्ट जारी किया है.
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से यानी मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, बरेली के अलावा पीलीभीत एवं आसपास के जिलों को बहुत भारी वर्षा की कैटेगरी में रखा गया है. जहां करीब 115 मिलीमीटर या उससे ज़्यादा बारिश हो सकती है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, बहराइच, बलिया व आज़मगढ़ जैसे जिलों में भारी वर्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक इन इलाकों में करीब 64-115 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने जारी की ये चेतावनी
इसके साथ ही दोनों ही हिस्सों में करीब 30- 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाओं के चलने और कई जगहों पर बिजली गिरने की सम्भावना जताई गई है. इसे लेकर मौसम विभाग ने लोगों को खुले मैदानों और खम्भों से दूर रहने की चेतावनी जारी की है. मानसून का सबसे ज्यादा असर पश्चिमी यूपी में देखने को मिल सकता है, जहाँ भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल सकते हैं. इससे जनजीवन पर असर पड़ सकता है.
इसे लेकर प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है. हांलाकि पूर्वी जिलों में पश्चिमी इलाकों की तुलना में बरसात थोड़ी सी कम देखने को मिल सकती है, लेकिन रुक-रुक कर पड़ने वाली तेज़ फुहारें परेशानी का सबब बन सकती हैं.
तापमान में होगी गिरावट
आईएमडी के अनुमान के मुताबिक 3 जुलाई तक पूरे राज्य में सामान्य से ज़्यादा बारिश होने की पूरी संभावना है. बारिश के चलते अधिकतम तापमान में करीब 2 से 4 डिग्री तक की गिरावट देखी जा सकती है. मौसम विभाग ने मानसून के खतरों को भांपते हुए अलर्ट रहने और सावधानी बरतनें की बात कही है.



