मेट्रोमोनियल साइट पर महिला से ठगी, फर्जी कस्टम अधिकारी बन ऐंठे ₹94 लाख; 2 गिरफ्तार
मुरादाबाद में साइबर ठग ने एक महिला को लाखों का चुना लगाया है. उसने NRI बनकर शादी डॉट कॉम पर महिला से दोस्ती की, उसके बाद उससे ₹94 लाख ऐंठ लिए. ठगों ने फर्जी कस्टम अधिकारी बताकर उसे धमकाया था.

मुरादाबाद में एक महिला के साथ लाखों की साइबर धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है. फर्जी कस्टम अधिकारी और NRI बनकर ठगों ने शादी.कॉम प्रोफाइल के जरिए महिला को निशाना बनाया. साथ ही महिला से 94 लाख 78 हजार रुपये ऐंठ लिए गए. पुलिस ने अब तक दो ठगो को गिरफ्तार किया है.
पुलिस इस मामले में पहले एक महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वह मूल रूप से मणिपुर के चंदेल जिले की रहने वाली है. वह दिल्ली से गैंग चलाती थी और अपने गैंग के साथ मिलकर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देती थी. वहीं, क और आरोपी को अरेस्ट कर साइबर क्राइम पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है.
शादी डॉट कॉम पर पीड़िता की हुई दोस्ती
एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने रविवार को रिजर्व पुलिस लाइंस में प्रेस वार्ता आयोजित कर पीड़ित महिला के साथ हुई साइबर ठगी की घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि साइबर थाना मुरादाबाद में 31 अगस्त को एक धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसमें पीड़िता के साथ लाखों की ठगी हुई थी.
पीड़िता ने बताया कि उसने शादी डॉट कॉम पर एक प्रोफाइल बनाई थी. इस प्रोफाइल पर ‘आरव सिंह’ नाम के व्यक्ति ने संपर्क किया और खुद को एनआरआई बताते हुए शादी की बात आगे बढ़ाई. उसने बताया कि वह अमेरिका से एक पार्सल भेज रहा है, जिसमें शादी का कीमती गिफ्ट है.
फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर किया कॉल
पार्सल पहुंचने पर फर्जी कॉल आया कि इसमें कीमती सामान है, जिसे छुड़ाने के लिए पैसे देने पड़ेंगे. पीड़िता ने इसके बाद पैसे दे दिए. इस समय तक उसे ठगी का अहसास नहीं हुआ. इसके बाद साइबर ठगों ने महिला को उस सामान के जरीए, मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे केस में फंसाने की धमकी देनी शुरू कर दी.
इस दौरान फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर एक महिला ने उससे बात की. और उसे डर दिखाकर कुल 94 लाख 78 हजार रुपये ठग लिए. केस दर्ज होने के बाद पुलिस लगातार जांच में जुटी थी. पहले एक महिला को दिल्ली के उत्तम नगर से गिरफ्तार किया गया, जिसका नाम कोनसम सुनीता है. उसे जेल भेजा जा चुका है.
महिला आरोपी ने पूछताछ में क्या बताया?
वहीं, पुलिस के हत्थे चढ़ा दूसरा आरोपी भी दिल्ली के उत्तम नगर का रहने वाला है. उसका नाम नवी पुत्र राजेश है. उसके कब्जे से एक लैपटॉप, चार मोबाइल फोन, 9 एटीएम कार्ड, 11 चेकबुक, 8 पासबुक, 1 आधार कार्ड और 1 पैन कार्ड बरामद किया गया.
महिला आरोपी सुनीता के पास से भी लैपटॉप, एटीएम और बैंक चेकबुक-पासबुक बरामद हुई थी. पूछताछ में उसने बताया कि वह दिल्ली में काम की तलाश में एक युवक से मिली थी, जिसने उसे साइबर फ्रॉड गैंग में शामिल किया. उसका मुख्य काम बैंक खाते उपलब्ध कराना और फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर पीड़ितों से पैसे वसूलना था.