बिहार में जंगलराज… चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे आजम खान; बोले- अकेले जाना खतरे से खाली नहीं है

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने बिहार चुनाव प्रचार में जाने से मना कर दिया. उन्होंने इसका कारण अपनी सुरक्षा व्यवस्था में कमी को बताया है. आजम खान ने कहा कि बिहार जाने के लिए मेरे पास सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. कहा जा रहा है की बिहार में जंगलराज है.

बिहार चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे आजम खान

उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी नेता आजम खान 23 महीने बाद हाल में जमानत पर जेल से बाहर निकले हैं. इस बीच वह रविवार को पहली बार मुरादाबाद दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने एक निजी कार्यक्रम में भाग लिया. साथ ही इसके बाद संवाददाताओं से बातचीत में बिहार चुनाव प्रचार में नहीं जाने और अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की.

आजम खान ने बिहार चुनाव प्रचार में न जाने के सवाल पर कहा, ‘वहां जाने के लिए मेरे पास सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. उसके लिए मैंने लिख कर मांगा था. वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी. ये क्यों दी है? पूरी तरह से दीजिए. वाई के अलावा मैंने कुछ और कहा था. आजम खान ने कहा कि ये तो पुरानी बात हो गई, बड़ी बात है कि बिहार में जंगलराज है.

स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आजम खान का नाम

समाजवादी पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की जो लिस्ट जारी थी, उसमें 20 नेताओं के साथ आजम खान का नाम शामिल है. लेकिन अब आजम खान ने बिहार जाने से इनकार कर दिया है. आजम खान ने कहा कि बिहार में जंगलराज है और जंगलराज में अकेले जाना खतरे से खाली नहीं है, उम्मीद करता हूं कि वहां का जंगलराज जल्द खत्म होगा.

इस दौरान उन्होंने बिहार में अल्पसंख्यकों से वोट न बांटने और एकजुट रहने का आह्वान किया. साथ ही कहा कि अगर हमारे जिस्म को तकसीम करना चाहते हो तो तुम भी तकसीम हो जाना, वरना एक साथ रहना और डिमॉक्रेसी को बचा कर रखना. किसी के धोखे में मत आना. ये देखो फायदा बटने में है या एक साथ रहने में है.

बिहार में मुस्लिम डिप्टी सीएम पर क्या बोले?

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बिहार में मुस्लिम डिप्टी सीएम की बात पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. आजम खान ने कहा, ‘हमारे सामने पीएम, सीएम और डीएम ये कोई मुद्दा नहीं है. हमारे राष्ट्रपति भी रहे है लेकिन बस नाम… हम चाहते है कि पहले हमारा मुल्क बचे. पद तो बाद की चीज है इंसानियत बचे, हवानीयत का खात्मा हो और कानून के नाम पर धोखा न हो.