क्या आजम खान पर मंड़रा रहा है जान का खतरा? सरकार ने लौटाई Y कैटेगरी सुरक्षा

उत्तर प्रदेश सरकार ने आजम खान को एक बार फिर से वाई श्रेणी सुरक्षा घेरे से कवर किया है. एलआईयू रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला लिया गया है. उन्हें यह सुरक्षा किसी संभावित खतरे की आशंका के चलते बढ़ाई गई है. जेल से बाहर आने के तत्काल बाद प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा देने का प्रयास किया था, लेकिन आजम खान ने उस समय सुरक्षा लेने से मना कर दिया था. हालांकि अब खतरे से आगाह करने के बाद वह सुरक्षा लेने पर सहमत हो गए हैं. इस कदम ने यूपी की राजनीति में नई अटकलें तेज कर दी हैं.

आजम खान की वाई श्रेणी सुरक्षा बहाल

समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान को एक बार फिर सरकार ने वाई श्रेणी सुरक्षा घेरे से कवर किया है. सरकार ने शनिवार को उनकी सुरक्षा में गार्ड और गनर तैनात कर दिए हैं. यह गार्ड और गनर 24 घंटे आजम के साथ रहेंगे. सरकार की इस पहल पर तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं. आशंका जताई जा रही है कि कहीं आजम खान पर कोई अनजाना खतरा तो नहीं मंडरा रहा. यह सवाल इस लिए भी उठ रहा है कि अपने खास तेवर और अंदाज के साथ आजम खान लगातार बयान दे रहे हैं. इसमें कभी सपा सुप्रीमो अखिलेश पर तंज कसते दिख रहे हैं तो कभी रामपुर सांसद को पहचानने से इंकार कर दे रहे हैं.

अभी हाल ही में आजम खान ने बसपा सुप्रीमो मायावती की सराहना कर राजनीतिक गलियारे में नई सुरसुरी छोड़ दी थी. 23 महीने जेल काटकर लौटे आजम खान से मिलने वालों का भी तांता लगा हुआ है. ऐसी स्थिति में एलआईयू की रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर से आजम खान की वाई श्रेणी सुरक्षा लौटा दी है. आजम खान को पहले भी इसी श्रेणी की सुरक्षा मिली थी, लेकिन विधानसभा की सदस्यता जाने के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा हटा ली थी. हालांकि उससे पहले ही आजम खान जेल चले गए थे. अब जेल से लौटने के बाद उन्हें दोबारा इसी श्रेणी के सुरक्षा घेरे से कवर किया गया है.

पहले आजम ने खुद लौटाई थी सुरक्षा

जेल से लौटने के बाद आजम खान के घर पहुंचते ही प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के लिए जवानों को भेजा था, लेकिन उस समय आजम खान ने यह कहते हुए सुरक्षा लेने से मना कर दिया कि वह बहुत छोटे आदमी हैं. उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं है. ऐसे में उनके घर पहुंचे गार्ड और गनर वापस पुलिस लाइन लौट आए थे, लेकिन 10 दिन बाद वापस प्रशासन ने उनके पास गनर और गार्ड भेजते हुए इन्हें अपने साथ रखने का आग्रह किया है. इसी के साथ प्रशासन ने आजम खान को संभावित खतरे से भी आगाह किया है. इसके बाद आजम खान ने सुरक्षा लेने पर सहमति दे दी है.

आजम के घर पहुंचे स्वामी प्रसाद

शनिवार की शाम को आजम खान के घर पूर्व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पहुंचे. उन्होंने दो घंटे तक आजम से मुलाकात की. कहा कि बीजेपी ने आजम खान को तोड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. उनके ऊपर ढाए गए जुल्म देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर धब्बा है. उन्होंने कहा कि आजम खान के साथ उनकी मुलाकात किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि औपचारिक और आदरभाव से हुई है. इस मौके पर स्वामी प्रसाद ने कहा कि उन्होंने 2027 में बीजेपी को उत्तर प्रदेश से उखाड़ फेंकने का प्रण लिया है. वह प्रदेश की सभी सीटों पर अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारेंगे.