ईमानदार छवि, कड़क मिजाज… कौन हैं IAS रोशन जैकब, जो एक बार घायल बच्चे से मिलकर रोने लगी थीं

उत्तर प्रदेश में ईमानदार छवि और कड़क मिजाज के साथ-साथ बेहद भावुक IAS आफिसर हैं रोशन जैकब, जिन्होंने तकरीबन 7 साल से ज्यादा का करियर लखनऊ में बिताया. उन्हें कई कोविड महामारी के दौरान और खनन विभाग में जिम्मेदारियां दी गईं. जानते हैं IAS रोशन के बारे में कुछ और भी खास बातें.

IAS ऑफिसर रोशन जैकब

उत्तर प्रदेश में 16 सितंबर को प्रशासन में फेरबदल हुआ. इस फेरबदल में कई सीनियर अफसरों का तबादला हुआ. इनमें से एक नाम IAS रोशन जैकब का है. उन्होंने 2022 से बतौर मंडलायुक्त लखनऊ में काम किया. फिलहाल उन्हें खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जानते हैं IAS रौशन जैकब से जुड़ी हुई कुछ अहम बातें, बतौर सिविल सेवक उन्होंने किन क्षेत्रों में काम किया है.

बेहद भावुक और संवेदनशी हैं ये महिला अधिकारी

लखीमपुर भीषण सड़क हादसे का जब जायजा लेने के लिए जैकब अस्पताल पहुंची तो वहां पर एक बच्चे की हालत देखकर वो भावुक हो गईं. उनके इमोशनल होने का वीडियो उन समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. जिसमें एक बच्चा दीवार गिरने की वजह से घायल हो गया था. दीवार गिरने की वजह से बच्चे की रीढ़ की हड्डी टूट चुकी थी. बच्चा दर्द में था. भारी बारिश की वजह से उस समय वहां दीवार गिरी थी और वो जिला अस्पताल में भर्ती था.

बच्चे की हालत देखकर रो पड़ीं थी जैकब

क्या है IAS रोशन की शैक्षणिक योग्यता?

रोशन जैकब केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं. उनका जन्म 1978 में हुआ था. उन्होंने अंग्रेजी में पहले ग्रेजुएशन फिर M.A. और फिर जेआरएफ क्वालिफाई करके पीएचडी की पढ़ाई पूरी की. सिविल सेवा में रुचि की वजह से उन्होंने 2004 में यूपीएससी की परीक्षा पास की.

21 सालों के करियर में उन्होंने बहुत सारे विभागों में काम किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में खनन निदेशक बनने वाली पहली महिला IAS ऑफिसर हैं. उन्हें पहली पोस्टिंग बरेली में मिली. यहां पर उन्होंने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में काम किया. इसके बाद उन्होंने कानपुर, मेरठ, बुलंदशहर, बस्ती, गोंडा सहित लखनऊ में काम किया.

तीन भाषाओं का है ज्ञान

IAS रोशन को अंग्रेजी सहित हिंदी भाषा का भी अच्छा ज्ञान है. हिंदी भाषी राज्य उत्तर प्रदेश में वो 21 सालों से काम कर रही हैं. इसके अलावा उन्हें मलयालम भी बोलनी आती है.

IAS रोशन जैकब ने कानपुर में ‘MyCity — मेरा शहर, मेरी देखरेख में’ परियोजना की शुरुआत की. उनकी देखरेख में मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स का सही तरीके से इस्तेमाल करते हुए सफाई और कचरा प्रबंधन, बिजली, जल आपूर्ति और सीवरेज सिस्टम सहित छह प्रमुख क्षेत्रों पर बखूबी काम किया. रोशन जनता के बीच काफी लोकप्रिय रहीं. उनके प्रशासन में जनता की शिकायतों को गंभीरता से लिया गया और उसका निपटारा किया गया.

2018 से किया माइनिंग डिपार्टमेंट में काम

IAS रोशन जैकब ने 2018 से माइनिंग डिपार्टमेंट में काम किया. इन्होंने भूविज्ञान एवं खनन विभाग में बतौर विशेष सचिव और निदेशक की भूमिका में रहीं. फिर इसी विभाग में इन्हें जनवरी 2020 में इन्हें सचिव बनाया गया. 2023 तक इसी विभाग में अलग-अलग जिम्मेदारियों पर काम किया और राज्य में खनन निदेशक बनने वाली पहली महिला IAS ऑफिसर बनीं. इसके बाद 2022 में इन्हें मंडलायुक्त (डिविजनल कमिश्नर) बनाया गया.

कोविड के दौरान किया शानदार काम

कोविड महामारी के दौर में जब देश इससे निपट रहा था, तो जैकब जैसी महिला अधिकारी ने अपने कौशल और संवेदनशीलता से बेहतर काम करके दिखाया. उन्होंने कोविड के संक्रमण को रोकने के लिएअपनी निगरानी में काम करवाया और संक्रमण की लिस्ट में सुधार करवाया.