दिवाली से पहले सभी मंदिरों में दर्शन, राम मंदिर में होगा ध्वजारोहण; चंपत राय ने जारी की टाइमलाइन

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में सभी मंदिर 15 अक्टूबर से पहले श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे. ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के मुताबिक दीपावली से पहले सभी मंदिरों में दर्शन पूजन शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि राम मंदिर परिसर में कई नई सुविधाएं भी शुरू हो रही हैं. इसमें बुजुर्ग व दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए लिफ्ट, आधुनिक शू-रैक और कुबेर टीला तक बेहतर पहुंच के लिए सड़क शामिल है. नवंबर में एक भव्य ध्वजारोहण समारोह भी होगा.

राम मंदिर अयोध्या

श्रीराम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर समेत सभी मंदिरों में दर्शन पूजन दीपावली से पहले शुरू हो जाएगा. 15 अक्टूबर तक परकोटा, सप्त मंडपम और अन्य मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. उस समय तक कुबेर टीला तक पहुंचने की सड़क निर्माण का काम भी पूरा हो जाएगा. यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी. उन्होंने बताया कि राम मंदिर परिसर में वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सितंबर के आखिर तक लिफ्ट लगाने का काम भी पूरा हो जाएगा.

उन्होंने बताया कि परकोटा के बाहर एक आधुनिक शू-रैक बिल्डिंग बनाई गई है. इसमें 12 हजार जोड़ी से अधिक जूते-चप्पल रखे जा सकेंगे. इस बिल्डिंग के शुरू होने के बाद श्रद्धालुओं को जूते-चप्पल पहनकर कुबेर टीला और सप्त मंडपम तक दर्शन और भ्रमण करने की सुविधा मिल सकेगी. राम मंदिर परिसर में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए चंपत राय ने कहा कि यहां नवंबर में एक भव्य ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया जाएगा.

अयोध्या बेस्ड होगा ध्वजारोहण समारोह

यह ऐतिहासिक समारोह अयोध्या केंद्रित होगा. उन्होंने बताया कि यह समारोह 22 जनवरी, 2024 को हुए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पुनरावृत्ति नहीं होगा. बल्कि यह अयोध्या और इसके आसपास के 20 से 25 जिलों पर केंद्रित होगा. इसके लिए अतिथियों की सूची तैयार की जा रही है. उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में जारी विकास कार्यों और आगामी समारोहों से अयोध्या एक बार फिर से आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभर रही है. इन कार्यक्रमों से अयोध्या की वैश्विक पहचान और मजबूत होगी.

श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर सुविधा

उन्होंने बताया कि यहां हो रहे विकास कार्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को और बेहतर सुविधा मिल सकेगी. ट्रस्ट सचिव चंपत राय के मुताबिक 15 अक्टूबर तक यहां आने वाले श्रद्धालु परकोटे के साथ ही सप्त मंडपम और अन्य मंदिरों में जाकर दर्शन पूजन कर सकेंगे. कुबेर टीला जाने वाली सड़क का काम पूरा होने से भी लोगों को एक मंदिर से दूसरे मंदिर तक पहुंचने में काफी सुविधा हो जाएगी. इसी प्रकार मंदिर में लिफ्ट शुरू होने के बाद बुजुर्ग व दिव्यांग श्रद्धालु भी ऊपर की मंजिलों तक आसानी से आ जा सकेंगे.