कंधे पर बैग, चेहरे पर मुस्कान… स्कूल जाते समय गेट पर गिरा बच्चा, हो गई मौत

बाराबंकी में स्कूल जाते समय एक बच्चे गेट पर गिर गया और उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. 12 साल के बच्चे की तबीयत खराब होता देख उसे तुरंत अस्पताल लेकर जाया गया. जहां उसकी हालत और गंभीर होती गई. बिना देरी किए अखिल को लखनऊ ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.

मृतक छात्र अखिल

बाराबंकी में एक 12 साल का बच्चा गर्मी की छुट्टियों के बाद खुश होकर वापस लौटा था. इतने लंबे समय के बाद वो अपने दोस्तों से मिलने और क्लास में जाने के लिए बहुत उत्साहित था. अखिल प्रताप सिंह सातवीं कक्षा का स्टूडेंट था. नए सेशन के लिए तैयार अखिल को उसके पिता ने कार से सेंट एंथोनी स्कूल के बार ड्रॉप किया. वो आगे बढ़ा और गेट की ओर गया लेकिन, उसके पहले ही नीचे गिर गया. उसकी तबीयत खराब होता देख आनन-फानन में उसे चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में लाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक होता देख डॉक्टरों ने उसे दूसरे हॉस्पिटल में रेफर कर दिया, लेकिन अखिल को बचाया नहीं जा सका और उसकी मौत हो गई.

ये मामला देवा के घेरी बिशुनपुर गांव का है. यहां जितेंद्र प्रताप सिंह अपने बेटे को गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल ड्रॉप करने के लिए गए हुए थे. अखिल भी अपने पापा के साथ कार से स्कूल पहुंचा. स्कूल का बैग कंधे पर लेकर अखिल जैसे स्कूल के गेट के अंदर पहुंचा उसकी तबीयत बिगड़ गई और जमीन पर गिर गया. अखिल को तुरंत पास के ही अस्पताल ले जाया गया. अवध चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में भी हालत नहीं सुधरता हुआ देख उसे तुरंत लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया. लेकिन अखिल लखनऊ के चंदन हॉस्पिटल पहुंचता कि उसके पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई. हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पहले से अखिल नहीं था बीमार

अचानक अखिल की मौत से पूरा परिवार सदमे में चला गया. अखिल की मां की रो-रोकर हालत खराब हो गई है. अपने जिगर के टुकड़े को खोने के बाद वो सदमे में हैं. वहीं पिता ने बताया कि अखिल की तबीयत पहले से खराब नहीं थी. वो बिल्कुल स्वस्थ और खुशहाल हालत में ही स्कूल गया था. उसे न तो कोई बीमारी थी और न ही पहले से कोई दवा चल रही थी. डॉक्टर भी बच्चे की अचानक हुई मौत से हैरान थे. फिलहाल, अखिल की मौत की वजह पता नहीं चल पाई है. घरवालों ने अखिल का बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया. अखिल की मौत से उसके स्कूल के लोग भी हैरान हैं. स्कूल प्रबंधन व स्टाफ ने गहरा दुख व्यक्त किया है.

रिपोर्ट- सरफराज वारसी, बाराबंकी