इंटरनेट सस्पेंड, जांच के लिए SIT… बरेली हिंसा में ताबड़तोड़ एक्शन, मौलाना तौकीर रजा को भेजा गया जेल
बरेली में 'आई लव मोहम्मद' प्रदर्शन के बाद हुई हिंसा में मौलाना तौकीर रजा खान कोे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. पुलिस ने जांच के लिए 10 सदस्यीय SIT टीम गठित की है. साथ ही जिले में अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. CM योगी आदित्यनाथ ने दंगाईयों को कड़ी चेतावनी दी है.

उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर जमकर बवाल हुआ. वहीं, अब पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. DIG अजय साहनी ने हिंसा की जांच के लिए SIT का गठन किया है. शनिवार तड़के मौलाना तौकीर रजा खान को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. साथ ही जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.
बरेली हिंसा मामले में अब तक 10 एफआईआर दर्ज हुई है. 10 में से 7 FIR में तौकीर रजा का नाम है. मौलाना तौकीर रजा समेत 8 लोगों को जेल भेजा दिया गया है. 40 लोगों को हिरासत में लिया गया जबकि 2000 पत्थरबाजों पर अलग-अलग थाने में मुकदमे दर्ज किया गया है. पुलिस का दावा है हिंसा की प्लानिंग पिछले 5 दिनों से हो रही थी.
तौकीर रजा को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के आह्वान पर ही जुमे के बाद भीड़ जुटी थी. जो बाद में हिंसक रूप ले लिया. और पुलिस पर पथराव किया. घटना में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. वहीं, तौकीर रजा को गिरफ्तार कर पहले बरेली जेल में रखा गया था, लेकिन देर शाम उन्हें फर्रुखाबाद की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया है.
हिंसा मामले में 10 सदस्यीय SIT टीम गठित
तौकीर रजा की गिरफ्तारी और जेल भेजने के बाद डीआईजी अजय साहनी भारी पुलिसव बल, पीएसी और RAF के साथ शहर में पैदल मार्च कर रहे हैं. उन्होंने हिंसा की जांच के लिए एक SIT टीम गठित की है. टीम में दस लोग शामिल हैं, जिसका नेतृत्व एसपी सिटी मानुष पारीक को मिला है. SIT टीम को 10 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश हैं.
बरेली जिला में अगले 48 घंटे इंटरनेट निलंबित
वहीं, बरेली जिला में इंटरनेट पूरी तरह ठप हो गई है. जिले में सभी दूरसंचार सेवाएं अगले 48 घंटे (27 सितंबर को रात 12:30 बजे से 29 सितंबर रात 12:30 बजे तक) बंद रहेंगी. सचिव (गृह विभाग) गौरव दयाल ने टेलीग्राफ अधिनियम 1885 और टेलीकॉम सेवाओं के अस्थायी निलंबन नियम 2017 के प्रावधानों के तहत आदेश जारी किया है.
प्रदर्शन की नहीं थी अनुमति, फिर भी मौलाना ने…
तौकीर रजा के बुलाने पर नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में भारी भीड़ जमा हो गई. हालांकि, पुलिस की ओर से प्रदर्शन की कोई अनुमति नहीं थी. उनको नोटिस भी दिया गया था, जिसमें शहर में धारा 163 लागू होने की सूचना दी गई थी. पुलिस की रेली रोकने को लेकर मौलाना के साथ बैठक भी हुई थी, जिसमें DM और SSP भी मौजूद थे.
लेकिन सुबह 10:30 बजे मौलाना ने वीडियो जारी किया और खंडन करते हुए कहा कि वह मार्च करेंगे और प्रदर्शन होगा. इस बीच नमाज के बाद भीड़ बढ़ने लगी, और सभी इस्लामिया मैदान जाने की कोशिश करने लगे. इस दौरान पुलिस पर पथराव हुआ, तैनात मजिस्ट्रेट के साथ भी धक्का मुक्की हुई जिसके बाद बल प्रयोग कर लोगों को घर भेजा गया.
वो मौलाना भूल गया कि शासन किसका है- CM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा में शामिल लोगों को चेतावनी दी है. उन्होंने लखनऊ के कार्यक्रम में कहा, ‘वो मौलाना भूल गया कि शासन किसका है, उसने सोचा कि धमकी देंगे और जाम कर देंगे. मैंने कहा जाम नहीं होगा, कर्फ्यू नहीं लगेगा… सबक तुम्हें ऐसा सिखा देंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ी दंगा भूल जाएगी.’ सीएम ने कहा कि कानून-व्यवस्था में खलल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.