‘ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी…’, बरेली हिंसा पर CM योगी बोले- मौलाना भूल गया कि किसका शासन है
मुख्यमंत्री योगी ने बरेली हिंसा पर सख्त प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था में खलल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जब पर्व-त्योहार आते थे उत्पात शुरू हो जाता था, अब उपद्रवियों को पता लगेगा और उन्हें उनकी सात पीढ़ियां याद आएंगी.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ के कार्यक्रम में बरेली हिंसा मामले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने चेतावनी दी कि बरेली हिंसा में शामिल दंगाइयों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि आने वाली पीढ़ी दंगा भूल जाएगी. सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा.
सीएम योगी ने कहा, ‘कल आपने बरेली के अंदर देखा होगा… वो मौलाना भूल गया कि शासन किसका है, उसने सोचा कि धमकी देंगे और जाम कर देंगे. मैंने कहा जाम नहीं होगा, कर्फ्यू नहीं लगेगा… सबक तुम्हें ऐसा सिखा देंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ी दंगा भूल जाएगी.’
‘…तो डेंटिंग पेंटिंग करवानी पड़ती है’
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी पर्व आते थे तब उत्पात शुरू हो जाता था. अब उपद्रवियों को पता लगेगा और उन्हें उनकी सात पीढ़ियां याद आएंगी. क्योंकि कभी-कभी लोगों की बुरी आदतें नहीं जाती हैं, तो डेंटिंग पेंटिंग करवानी पड़ती है, जिससे बुरी आदतें ठीक हो जाए. यही डेंटिंग पेंटिंग आपने बरेली कल में देखा होगा.’
लखनऊ में एक मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में सीएम योगी ने दंगाइयों को यह सख्त संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि क्या तरीका है ये आप सिस्टम को ब्लॉक करना चाहते हैं? यूपी में कानून-व्यवस्था में खलल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे ही लोगों के लिए हमने बुलडोजर बनाया है.
2017 के पहले यूपी में यही सब होता था
सीएम योगी ने इस दौरान पूर्ववर्ती सरकार पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि साल 2017 के पहले यूपी के अंदर यही सब होता था. हम यही कह सकते हैं कि हमने 2017 के बाद कर्फ्यू भी नहीं लगने दिया. यही से यूपी के विकास की कहानी शुरू हो ती है. हमने ऐसे लोगों को उनकी ही भाषा में समझाकर सजा दिलाने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले के सरकार में दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाया जाता था. उनको सम्मानित किया जाता था, आवभगत होती थी. सत्ता में शामिल लोग उनके कुत्ते के साथ हाथ मिलाते थे. लेकिन हमने सभी को सबक सिखाया है, जिससे उनके आने वाली पीढ़ियां भी दंगा करने में दो बार सोचेगी.