छह महीने में 1000 कारीगरों ने बनाया, गिनीज बुक में दर्ज हुई दुनिया की सबसे बड़ी कालीन

उत्तर प्रदेश के भदोही ने दुनिया की सबसे बड़ी कालीन बनाने का गौरव हासिल किया है. यहां बनी दुनिया की सबसे बड़ी कालीन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है. 12,464 वर्ग मीटर की यह विशाल कालीनहैंड-टफ्टेड है और कजाकिस्तान की अस्ताना ग्रैंड मस्जिद में बिछी है. 13 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस कालीन को 1000 से अधिक बुनकरों ने छह महीने से भी अधिक समय में बनाया था.

भदोही में बनी दुनिया की सबसे बड़ी कालीन

कालीन उद्योग के लिए प्रसिद्ध उत्तर प्रदेश का जिले भदोही ने एक बार फिर दुनिया में परचम फहराया है. इस जिले को दुनिया की सबसे बड़ी कालीन बनाने का गौरव तो पहले से ही हासिल था, अब इस कालीन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी शामिल कर लिया गया है. यह कालीन फिलहाल मध्य एशिया की बड़ी मस्जिदों में से एक कज़ाकिस्तान स्थित आस्ताना ग्रैंड मस्जिद में बिछाई गई है. इस उपलब्धि पर भदोही में खुशी की लहर है.

कालीन नगरी भदोही में इस कालीन को पटोदिया एक्सपोर्ट कंपनी ने कोराना काल (COVID19) में तैयार किया था. इस कालीन को बनाने में 1000 से अधिक बुनकरों ने काम किया और करीब 6 महीने से भी अधिक समय में इसे अंतिम रूप दिया जा सका था. कालीन कंपनी के मालिक रवि पटोदिया के मुताबिक 12,464 वर्ग मीटर लंबी चौड़ी इस कालीन को आस्ताना ग्रैंड मस्जिद के लिए तैयार किया गया था. इस कालीन को अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है.

125 टुकड़ों में बनी थी कालीन

उन्होंने बताया कि कज़ाकिस्तान स्थित आस्ताना ग्रैंड मस्जिद के भीतरी क्षेत्र का एरिया लगभग 12.46 हजार वर्ग मीटर है. इस पूरे एरिए में सिंगल कालीन बिछाने की शर्त उनकी कंपनी को ऑर्डर मिला था. यह ऑर्डर पहले अमेरिका और चीन जैसे देशों की कंपनियों को मिलने वाला था, लेकिन वहां की कंपनियों ने हाथ खड़े कर दिए थे. इसके बाद उनकी कंपनी में इस कालीन को 125 टुकड़ों में तैयार कर हिन्दुस्तान से कज़ाकिस्तान भेजा. जहां इस कंपनी के कारीगरों ने जाकर 50 दिन की मेहनत से सेट किया था.

सवा 13 करोड़ आई थी लागत

रवि पटोदिया के के मुताबिक इस कालीन के निर्माण में कुल 15 लाख अमेरिकी डॉलर (13 करोड़ 20 लाख रुपये) की लागत आई थी. भदोही परसियन डिजाइन में बनी हैंड टफ्टेड कालीन विश्व की सबसे बड़ी कालीनों में से अब एक है. कालीन निर्यातक रवि पटोदिया ने बताया कि कज़ाकिस्तान आस्ताना ग्रैंड मस्जिद में भदोही की कालीन बिछने के बाद इसे अब विश्व का सबसे बड़ा कालीन कहा जाने लगा है. वहीं गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World record) में 19 सितंबर 2025 को इसे शामिल किया गया है.

रिपोर्ट: रोहित गुप्ता, भदोही