कुत्ते के काटने से कबड्डी चैंपियन बृजेश सोलंकी की मौत, नहीं लगवाया था रेबीज इंजेक्शन
यूपी के बुलंदशहर से ऐसा मामला सामने है जहां एक कुत्ता कबड्डी चैंपियन बृजेश सोलंकी की मौत की वजह बन गया. आखिरकार उन्होंने ऐसी कौनसी लापरवाही की, जिससे डाक्टरों की लाख कोशिश के बावजूद उन्हें बचाया नही जा सका. पूरी कहानी को सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं.

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने सबको झकझोर के रख दिया. यहीं के रहने वाले कबड्डी में स्टेट चैंपियन बृजेश सोलंकी की एक छोटी सी लापरवाही उनके लिए इस कदर खतरनाक साबित हो गई कि उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया. कुछ वक्त पहले उन्हें एक कुत्ते ने काट लिया था.
उन्होंने इसे गंभीरता से नही लिया और नजरअंदाज कर दिया. समय पर एंटी रेबीज इंजेक्शन न लेने की वजह से उनकी पूरी बॉडी में रेबीज फैल गया और जब इसके लक्षण दिखने लगे तो उन्हें आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
परिजनों ने बताई पूरी बात
परिजनों के मुताबिक करीब 2 महीने पहले बृजेश ने नाली में गिरे एक पिल्ले की जान बचाई थी, रेस्क्यू के दौरान पिल्ले ने उन्हें काट लिया था. हांलाकि उन्होंने इसे हल्की बाइट समझकर वैक्सीन नहीं लगवाई. कुछ हफ्ते बाद जब उनमें रेबीज के लक्षण दिखाई देने लगे, तो उन्हें इलाज़ के लिए ले जाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.
परिवार वालों का कहना है कि उनका दायां हाथ भी सुन्न हो गया था. दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में डॉक्टरों ने पूरे शरीर में रेबीज के फैलने की बात कही और गांव वापस लौटते वक्त रास्ते में ही उनकी की मौत हो गई.
परिवार ने की ये मांग
इस घटना के बाद उनके गांव फराना का माहौल पूरी तरह से गमगीन है. बृजेश ने स्टेट लेवल कबड्डी में कई गोल्ड मेडल जीते थे. लोग परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं. परिजनों ने बृजेश की याद में गांव में एक खेल मैदान बनाने की मांग की है.
सीएमओ ने कही ये बात
चैंम्पियन की मौत से पहले एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वो तड़पते हुए दिखाई दे रहे हैं और कुछ लोग उन्हें संभालते हुए नजर आ रहे हैं. बुलंदशहर के सीएमओ डॉ. सुनील कुमार का कहना है कि गर्मी में कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ी हैं. उन्होंने इसे लेकर लोगों को आगाह किया. उन्होंने कहा कि किसी भी जानवर के काटने पर तुरंत अस्पताल जाकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाना बेहद अहम है, नही तो ये लापरवाही भारी पड़ सकती है.
रिपोर्ट-सुमित शर्मा



