कथावाचक नहीं, फिर कौन है जसवंतनगर में पिटा शख्स? ये है वायरल वीडियो का सच

इटावा के जसवंतनगर में वायरल हुए वीडियो में दिख रहे युवक पंकज उपाध्याय को मिर्गी का दौरा पड़ा था, जिसे लोगों ने नशे में समझकर पीट दिया था. पुलिस जांच में पता चला कि वह फिरोजाबाद का रहने वाला है. पुलिस ने पंकज को उसके घरवालों को सौंप दिया है. अब इस मामले की असली तस्वीर सामने आ गई है.

पंकज और उनका परिवार

इटावा के जसवंतनगर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से उस वीडियो को अलग-अलग एंगल देने की कोशिश की गई. कहा गया कि वीडियो में बेरहमी से पिटाई होता दिखाई देता युवक कथावाचक था. ये मामला जनकपुर गांव का है. लोगों ने इसे दादरपुर की घटना से जोड़कर जाहिर करने की कोशिश की. और इस मामले को भी जातीय रग देना चाहा. हालांकि, अब इस मामले की असली वजह सामने आ गई है.

पुलिस ने वायरल वीडियो में दिखाई देने वाले युवक की पहचान की. पुलिस की जांच में सामने आाय है कि वो फिरोजाबाद जिले के टूंडला का रहने वाला है और उसका नाम पंकज उपाध्याय है. पंकज वृंदावन में धर्मशिक्षा ले चुके हैं और दिल्ली एम्स से मिर्गी की बीमारी का इलाज करवा रहे हैं. वहीं इस मामले में सीओ ने कहा कि वो साधरण पूजा पाठ कराने वाले पंडित हैं ना कि कोई कथावाचक, उन्हें मिर्गी की बीमारी भी है वो एम्स में इसका इलाज करवा रहे हैं.

घरवालों ने कहा कि कथा सुनाने गया था पंकज

उनके घरवालों के मुताबिक, पंकज उपाध्याय 16 जून को जनकपुर गांव में पहुंचे थे. कालीचरण की पूजा के लिए पहुंचे. इसी गांव में वे पूर्व में दो बार कथा कर चुके थे. लेकिन, 17 जून की रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मिर्गी का दौरा होने की वजह से वो अपना होश खो बैठे. फिर वो अनजाने में गांव में एक महिला की चारपाई के करीब पहुंचे गए. गांव के लोगों ने उन्हें नशे में समझा और छेड़खानी का आरोप लगाते लगाया. इतना ही नहीं उनकी जमकर पिटाई भी कर दी.


अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. वीडियो के वायरल होने पर पंकज उपाध्याय ने कहा कि वो पिछले 10 सालों से मिर्गी की दवा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि नशा या शराब से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. उस रात मुझे दौरा पड़ा और इस वजह से मैंने होश खो दिया और लोगों ने बिना सच्चाई जाने मेरी पिटाई कर दी. वहीं 17 जून को घटित हुई इस घटना में पुलिस ने पिटाई करने वाले लोगों की तरफ से एफआईआर दर्ज कर ली, लेकिन पंकज के घरवालों की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं की.

सीओ ने दिया ये बयान

जसवंतनगर में हुई मारपीट में मामले में सीओ आयुषी सिंह ने कहा कि पिटाई किया हुआ शख्स कोई कथा करने नहीं आया था. बल्कि, विनोद नाम के व्यक्ति के घर आया हुआ था. बारिश होने की वजह से रात में वहीं रुक गया. रात में टॉयलेट के लिए निकला लेकिन मिर्गी आने के चलते दूसरे के घर घुस गया, जिस कारण लोगों को गलतफहमी हो गई थी.

इसके बताए अनुसार इसको मिर्गी का दौरा आता है जिसका इलाज पांच साल से एम्स में चल रहा है, यह एक साधारण पूजा पाठ करवाने वाला पंडित है कथावाचक नहीं है, एक गलतफहमी में इसके साथ मारपीट हुई थी दोनों पक्षों ने कोई भी कार्रवाई का प्रार्थना पत्र नहीं दिया था, पुलिस ने पंकज उपाध्याय को उसके घरवालों को सौंप दिया गया है.