एक दफ्तर, दो अफसर… कानपुर में CMO के पद पर बवाल, एक कुर्सी पर दो दावेदार

कानपुर में सीमओ के पद के लेकर अजीबोगरीब स्थिति देखने को मिल रही है. हालात ये हैं कि इस पोस्ट के लिए एक नही, बल्कि दो- दो सीएमओ दिखाई दे रहे हैं. आखिर जिले में ये हालात कैसे पैदा हो गए कि ये नौबत आ गई. क्या ऐसा संभव है कि एक जिले में 2 CMO मौजूद हों. पूरी कहानी सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं.

एक ऑफिस में दिखाई दिए 2 CMO Image Credit:

कानपुर में सीएमओस को लेकर विवाद एकबार फिर शुरू हो गया है. बुधवार को यहां अजीबोगरीब हालात देखने को मिले, जिसकी चर्चा प्रदेशभर में हो रही है. दरअसल यहां एक पोस्ट के लिए 2 सीएमओ दावा करते नजर आए. दोनों के अपने- अपने दावे हैं. एक CMO ने अपनी तैनाती को लेकर शासन का हवाला दिया, जबकि दूसरे ने कोर्ट का हवाला दिया. फिलहाल इस पद के लिए कार्यभार कौन संभालेगा ये मामला काफी पेचीदा बनता जा रहा है.

ऐसे शुरू हुआ मामला

कानपुर में तैनात पूर्व सीएमओ डॉ हरिदत्त नेमी के खिलाफ काफी शिकायतें मिलने के बाद डीएम ने उन्हें हटाने की सिफारिश शासन को भेजी थी. इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया था और डॉ उदयनाथ को कानपुर का नया सीएमओ बना दिया गया था. अपने सस्पेंशन के खिलाफ डॉ हरिदत्त नेमी ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और इलाहाबाद हाइकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने उनके सस्पेंशन पर रोक लगा दी. इतना ही नहीं बल्कि कोर्ट ने डॉ उदयनाथ के ट्रांसफर ऑर्डर पर भी रोक लगा दी थी.

कोर्ट के ये हैं आर्डर

कोर्ट के ऑर्डर के बाद बुधवार को डॉ हरिदत्त नेमी कानपुर पहुंचे और ऑफिस में जमकर बैठ गए. उन्होंने दावा किया कि वे ही असली CMO हैं. जब इसकी जानकारी डॉ उदयनाथ को हुई तो वो भी ऑफिस पहुंचे. फिर दोनों अधिकारी एक साथ बैठे हुए दिखाई दिए. डॉ उदयनाथ का कहना है कि हाइकोर्ट के आदेशों का पालन किया जाएगा, लेकिन डॉ हरिदत्त नेमी को शासन के आदेश का इंतेजार करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि इसके लिए एक प्रक्रिया के तहत काम होता है. वो ऐसे सीधे यहां आकर सीएमओ नहीं बन सकते है. उनका कहना है कि शासन के आदेश के मुताबिक अभी भी कानपुर के CMO वही हैं.

सरकार के फैसले का है इंतेजार

जब से इसकी तस्वीरें मीडिया में आई हैं तब से ये मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है. हांलाकि हालात न बिगड़ें इसके लिए मौके पर पुलिस फोर्स की भी मौजूदगी है. फिलहाल अब देखने वाली बात होगी कि इसे लेकर सरकार नए आदेश कब जारी करती है या फिर कानपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था 2 अधिकारी मिलके संभलने वाले हैं.