सहारा की ‘जमीन’ को नीलाम करेगा LDA, 100 करोड़ है कीमत, दुकानदारों को मिले 3 विकल्प
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की ओर से जल्द ही गोमती नगर के सहारा बाजार की नीलामी होने वाली है. इसके लिए एलडीए तैयारी में जुट गया है. एलडीए ने यहां के वैध दुकानदारों को जगह खाली करने के लिए तीन विकल्प दिए हैं. एलडीए ने यह कदम इस जमीन की लीज अवधि पूरी होने के बाद उठाया है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने गोमती नगर के विभूति खंड में पॉलीटेक्निक चौराहे के पास स्थित सहारा बाजार को नीलाम करने की तैयारी शुरू कर दी है. इस व्यावसायिक भूखंड की ऑनलाइन नीलामी की प्रक्रिया दो दिन बाद शुरू होगी. इसे एकमुश्त बेचने का प्लान है. करीब 4741 वर्गमीटर एरिया में पसरे सहारा बाजार में डेढ़ सौ से अधिक दुकानें हैं. इनमें से महज 11 दुकानें ही संचालित हैं. एलडीए के अधिकारियों के मुताबिक सहरा बाजार को खरीदने वाला व्यक्ति चाहे तो इन दुकानों को तोड़ कर नए सिरे से शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर सकेगा.
एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा के मुताबिक 9 जनवरी 1987 को सहारा बाजार के लिए यह भूखंड सहारा इंडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड के नाम 30 साल की लीज पर आवंटित हुए थे. लीज की अवधि 9 जनवरी 2017 को ही पूरी हो चुकी है, लेकिन अभी तक सहारा इंडिया ने इसे रिन्यू नहीं कराया है. ऐसे में लीज की शर्तों के तहत एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने लीज डीड को निरस्त कर दिया है. वहीं इस भूखंड को दोबारा से नीलाम करने के आदेश दिए हैं.
12 पहले एलडीए ने लिया था कब्जा
इस आदेश के बाद एलडीए ने 12 दिन पहले इस पूरे एरिया को अपने कब्जे में ले लिया था. हालांकि बाद में सहारा इंडिया ने एलडीए के इस एक्शन के खिलाफ हाई कोर्ट में अर्जी लगाई थी, लेकिन मंगलवार को हुई सुनवाई में उसे कोई राहत नहीं मिली. उन्होंने बताया कि इस भूखंड पर कब्जा लेते समय पता चला है कि सहारा इंडिया ने भूखंड पर बनी दुकानों को बेचने में घोर अनियमितताएं कीं थी. सहारा ने खुद को इस संपत्ति का मालिक बताया था, जबकि यह संपत्ति उसे लीज पर मिली थी. यह बात दुकानों को मिले सेलडीड में भी लिखी हैं.
दुकानदारों को मिलेगा पूरा अवसर
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने इस मामले में सभी दुकानदारों को भरोसा दिया है कि उनकी समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा. इसी क्रम में इस भूखंड के वैध दुकानदारों को एलडीए की ओर से तीन विकल्प दिए गए हैं. साथ ही भरोसा दिया गया है कि जगह खाली कराने से पहले मुनादी कराई जाएगी और दुकानदरों को जगह खाली करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा. अपर सचिव ने बताया कि नीलामी की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी और इसे ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा.