रूट बदलकर LU छात्रा को सुनसान रास्ते पर ले गया कैब ड्राइवर, फिर शुरू कर दी छेड़खानी… अरेस्ट
यूपी की राजधानी लखनऊ में एक LU छात्रा से छेड़खानी का मामला सामने आया है. छात्रा ने बताया कि राइड के दौरान पहले कैब ड्राइवर रूट बदलकर उसे सुनसान रास्ते पर ले गया फिर छेड़खानी शुरू कर दी. जब छात्रा ने उसका विरोध किया तो आरोपी ड्राइवर मौके से फरार हो गया.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक LU छात्रा से छेड़खानी का मामला दर्ज हुआ हुआ है. आरोप है कि राइड के दौरान कैब ड्राइवर पहले रूट बदलकर उसे सुनसान रास्ते पर ले जाने लगा और फिर छात्रा से छेड़खानी शुरू कर दी. जब छात्रा ने उसके आपत्तिजनक व्यवहार के चलते उसका विरोध किया तो उसने भद्दे- भद्दे कमेंट भी किए. इसके बाद आरोपी ड्राइवर मौके से फरार हो गया. इस घटना के चलते राइड ड्राइवरों की विस्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.
छात्रा ने सुनाई आपबीती
जानकारी के मुताबिक ये घटना 8 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे हुई, जब लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक छात्रा ने अपने घर से सुशांत गोल्फ सिटी जाने के लिए एक ऐप के जरिए बाइक राइड बुक की. उसे ड्राइवर को लेकर कोई संदेह नहीं हुआ क्योंकि ये उसके रोजमर्रा का हिस्सा था. इसके बाद ड्राइवर राहुल अग्निहोत्री पिकअप पॉइंट पर पहुंच गया. कुछ दूर चलने के बाद उसे अहसास हुआ कि ड्राइवर सही रूट पर नहीं ले जा रहा है.
इसके बाद उसने ड्राइवर से रूट के बदलाव के बारे में पूछा तो उसने उसकी बात को अनसुना कर दिया और बाइक की स्पीड बढ़ा दी और बाइक को एक सुनसान इलाके में ले गया. इसके बाद उसने पीड़िता से छेड़खानी की और विरोध करने पर मौके से फरार हो गया.
आरोपी अरेस्ट
घटना के बाद डरी-सहमी युवती ने अपने परिजनों को कॉल किया. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. आरोपी के खिलाफ थाना महानगर में मामला दर्ज किया गया है. ई-चालान ऐप की मदद से वाहन नंबर के आधार पर ड्राइवर की पहचान कर ली गई. आरोपी राहुल अग्निहोत्री पीजीआई थाना क्षेत्र के एकतानगर का रहने वाला है. पुलिस ने उसे पकड़ लिया और गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.
मामले की जांच की जिम्मेदारी मिशन शक्ति टीम की सब-इंस्पेक्टर दीप्ति, रश्मि सिंह और महेश कुमार शुक्ला को सौंपी गई है. पुलिस ने राइड-शेयरिंग कंपनी से ड्राइवर के सत्यापन से जुड़ी जानकारी मांगी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कंपनी ने ड्राइवर के आपराधिक इतिहास की जांच की गई थी.