LDA की अनूठी पहल, UPSCR लोगो डिज़ाइन प्रतियोगिता शुरू, 25 हजार का इनाम

लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी LDA ने उत्तर प्रदेश स्टेट कैपिटल रीजन (UPSCR) के लिए लोगो डिजाइन प्रतियोगिता शुरूआत की है. 9 से 22 जुलाई तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में देशभर के लोग हिस्सा ले सकते हैं. LDA ने विनर के लिए 25,000 रुपये का ईनाम देने की बात कही है.

LDA करा रहा प्रतियोगिता

LDA ने उत्तर प्रदेश स्टेट कैपिटल रीजन यानी UPSCR के लिए एक लोगो डिजाइन प्रतियोगिता का ऐलान किया है. इस प्रतियोगिता में पूरे देश के लोग हिस्सा ले सकेंगे. इसमें विनर को 25,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा. इस पहल का मकसद न सिर्फ क्रिएटिविटी को बढ़ावा देना है, बल्कि राजधानी को एक नई पहचान भी देना है.

ये है प्रक्रिया

LDA के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक कैंडिडेट्स 9 जुलाई से 22 जुलाई 2025 तक अपनी ई-मेल के जरिए सैंपल भेज सकते हैं. भेजी जाने वाली डिज़ाइन JPEG, PNG या PDF फॉर्मेट में होनी चाहिए. इसके लिए बाकायदा ईमेल आईडी भी जारी की गई है. LDA ने ctpmlda@gmail.com और ldaarchcompetitions@gmail.com अपनी प्रविष्टियां भेजने को कहा हैं.

ये लोग कर पाएंगे आवेदन

प्रविष्टि के साथ प्रतिभागी का नाम, पता, संपर्क नंबर और कोई एक वैध फोटो आईडी लगाना जरूरी है. हालांकि इसे लेकर आयु सीमा भी निर्धारित की गई है. कहा गया है कि 18 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकता है, इसके साथ शर्त ये भी है कि कोई भी प्रतिभागी केवल एक बार ही अपनी डिज़ाइन भेज सकेता है. आवेदन पीरियड में जितने भी सैंपल मिलेंगे उनमें से फाइनल लोगो का चुनने के बाद इसके नतीजे 30 जुलाई को घोषित दिए जाएंगे.

कई जिलों को मिलाकर बन रहा UPSCR

ये प्रतियोगिता यूपी सरकार की उस बड़ी योजना से जुड़ी है, जिसमें लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, सीतापुर और हरदोई जिलों को मिलाकर स्टेट कैपिटल रीजन (UPSCR) विकसित किया जा रहा है. यह एरिया करीब 26,741 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा और ये इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट के लिहाज से विकसित किया जाएगा.

LDA का ये कदम देशभर के रचनात्मक युवाओं को एक बेहतरीन मौका है, जहां वे अपने डिजाइन से उत्तर प्रदेश के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की पहचान गढ़ सकते है. ये डिजाइन सिर्फ एक प्रतीकमात्र नहीं होगा, बल्कि ये स्टेट कैपिटल रीजन के विकास की कहानी भी बयां करेगा.