मेरठ में ऐसी कॉलोनी, जिसमें केवल मुस्लिमों को मिलेगा घर; मंत्री सोमेंद्र का आरोप- अतीक का सपना पूरा किया जा रहा
मेरठ की अब्दुल्ला कॉलोनी में केवल मुस्लिमों को प्लॉट बेचे जाने के आरोपों के बाद यूपी सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने धार्मिक भेदभाव और गैंगस्टर कनेक्शन की जांच की मांग की है. आरोप है कि कॉलोनी में एक मस्जिद भी बनाई गई है. हालांकि प्रोजेक्ट मैनेजर ने इन आरोपों को खारिज किया है.
प्रयागराज के माफिया डॉन अतीक अहमद ने केवल मुस्लिमों की एक कॉलोनी बनाने का सपना देखा था. हालांकि वह अपने जीवन में इस सपने को तो पूरा नहीं कर पाया, लेकिन मेरठ में कुछ इसी तर्ज पर अब्दुल्लाह कॉलोनी नाम से एक कॉलोनी काटने का मामला सामने आया है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सोमेंद्र तोमर ने सवाल उठाया है. उन्होंने मामले की जांच के लिए डीएम मेरठ को दिशा निर्देश भी दिए हैं.
मेरठ के दक्षिण विधानसभा स्थित हापुड़ रोड पर अब्दुल्लाह कॉलोनी को लेकर मंत्री सोमेंद्र तोमर का यह आरोप निराधार नहीं है. दरअसल इस कॉलोनी में अब तक जितने भी प्लॉट बिके हैं, वह सब केवल मुस्लिमों को ही मिले हैं. इस कॉलोनी में कहीं और किसी तरह की तख्ती या पोस्टर तो नहीं लगा है, लेकिन दावा किया जा रहा है कि इस कॉलोनी में गैर मुस्लिम का प्रवेश वर्जित किया गया है. अब धर्म के आधार पर भेदभाव को लेकर इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.
कॉलोनी में बनी है मस्जिद
प्रदेश के ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने इस कॉलोनी की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने डीएम को लिखे पत्र में इस कॉलोनी के मानचित्र और स्थलीय निर्माण की जांच के निर्देश दिए हैं. कहा कि यहां एक मस्जिद भी बनाई गई है. इसी के साथ उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जांच में गड़बड़ी मिली तो एक्शन भी होगा और बुलडोजर भी चलेगा. बताया जा रहा है कि जिस जमीन पर यह कॉलोनी विकसित की जा रही है वह एक गैंगस्टर के परिवार की है.
गैंगस्टर के बेटे के नाम पर रखा कॉलोनी का नाम
वहीं कॉलोनी का नाम भी कुख्यात गैंगस्टर के बेटे पर दिया गया है. आरोप है कि धार्मिक आधार पर प्लॉट के खरीदारों से भेदभाव किया जा रहा है. यहां गैर मुस्लिम खरीदारों को आफिस साइट से ही लौटा दिया जा रहा है. मंत्री सोमेंद्र ने डीएम वीके सिंह को लिखे पत्र में दावा किया है कि यह कॉलोनी गैरकानूनी तरीके से काटी जा रही है. मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में ऐसे गैंगस्टर और अपराधियों को संरक्षण मिलता था, लेकिन अब योगी सरकार है.
प्रोजेक्ट मैनेजर ने खारिज किए आरोप
इसमें धर्म के आधार पर भेदभाव बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उधर, कॉलोनी के प्रोजेक्ट मैनेजर शिवम शर्मा ने बताया कि कॉलोनी डायरेक्टर रिटायर्ड मेजर जनरल जावेद और महेंद्र गुप्ता हैं. इस कॉलोनी का किसी गैंगस्टर से कोई संबंध नहीं है. उहोंने बताया कि यहां 80 प्रतिशत प्लॉट बिक चुके है. हालांकि इसमें हिन्दुओं को प्लॉट नहीं देने के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली.