मुस्लिम युवक के झांसे में युवती का धर्मांतरण, बेटे का भी कराया खतना; पति ने टोका तो कर दिया कांड
लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मुस्लिम युवक ने एक हिंदू महिला को झांसे में लेकर उसका धर्मांतरण कराया और उसके 11 साल के बेटे का खतना करवा दिया. इसकी जानकारी होने पर महिला के पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. आरोप लगाया कि विरोध करने पर आरोपी उनकी पत्नी को भगा ले गया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में धर्मांतरण का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि एक मुस्लिम युवक ने एक महिला को झांसे में लेकर उसका धर्मांतरण कराया. फिर उसके बेटे को मुहर्रम के दिन नखास इलाके में ले जाकर खतना करा दिया. महिला के पति को इसकी जानकारी हुई और उसने टोका-टाकी की तो महिला घर से नगदी जेवर समेट कर फरार हो गई है. इस संबंध में पीड़ित पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. मामला लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके का है.
यहां रहने वाले अंकित पांडेय ने पुलिस को दिए शिकायत में बताया कि एक कपड़ा व्यापारी मंजूर हसन उर्फ सैफी ने उनकी पत्नी प्रियंका और 11 साल के बेटे अर्नव का धर्म परिवर्तन कराया है. वहीं जब उन्हें मामले की जानकारी हुई और उन्होंने पूछताछ की तो आरोपी उनकी पत्नी को लेकर फरार हो गया. पीड़ित पति के मुताबिक घर से जाते जाते उनकी पत्नी लाखों की नगदी और जेवर भी समेट ले गई है. पीड़ित के मुताबिक 28 अगस्त 2025 की सुबह वह अपने बेटे अर्नव को नहला रहे थे. उसी दौरान उन्होंने देखा कि अर्नव का खतना कराया गया है.
2013 में हुई थी शादी
उन्होंने इस संबंध में अपनी पत्नी प्रियंका से पूछा तो उसने कहा कि उसने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम अपना लिया है. उसने बताया कि बेटे का खतना भी मोहर्रम से पहले लखनऊ के नखास इलाके में लईक जर्रा नामक व्यक्ति से कराया गया था. यह सुनकर अंकित के पैरों तले जमीन खिसक गई. अंकित ने बताया कि उनकी शादी प्रियंका से 2013 में हुई थी. कुछ समय बाद प्रियंका ने कपड़े की दुकान शुरू की. इसी दौरान प्रियंका की मुलाकात मंजूर हसन से हुई और धीरे धीरे दोनों में प्रेम संबंध बन गया.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
अंकित ने ठाकुरगंज पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. कहा कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. कहा कि पुलिस ने सर्विलांस से प्रियंका की लोकेशन सिविल कोर्ट परिसर में ट्रेस की थी, पुलिस वहां पहुंची भी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. उल्टा, पुलिस ने उनके ऊपर दबाव बनाकर लिखवा लिया कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहते. अंकित के मुताबिक 28 अगस्त की रात मंजूर हसन कुछ पुलिसकर्मियों के साथ उनके घर पहुंचा था. उन्होंने विरोध किया तो उसे थाने लाकर पीटा गया. पीड़ित के मुताबिक उनकी पत्नी और बेटा फिलहाल बाराबंकी स्थित मायके में हैं. एक दिन पहले चौकी इंचार्ज ने उसे पत्नी और बेटे से मिलवाया भी था.