किसान परिवार को किडनैप किया, नोएडा एयरपोर्ट के काम में डाला बाधा; हैरान कर देगी एयर इंडिया के इस पायलट की साजिश

नोएडा के जेवर एयरपोर्ट निर्माण में बाधा डालने और एक किसान परिवार के अपहरण के मामले में पुलिस ने एयर इंडिया के पायलट को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक पायलट ने ज़्यादा मुआवज़ा पाने के लिए यह साज़िश रची. उसने किसान को पहले उकसाया, फिर अपहरण कर दिल्ली के एक मकान में बंधक बना लिया. हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने परिवार को बरामद किया है.

किसान परिवार के अपहरण करने वाले आरोपी

राष्ट्रीय राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट के काम में बाधा डालने का हैरतंगेज मामला सामने आया है. इस साजिश के तहत एक किसान परिवार को ना केवल अगवा किया गया, बल्कि उसे दिल्ली के एक मकान में बंधक भी बना लिया गया. कोर्ट के आदेश पर हरकत में आई पुलिस ने जब आरोपियों को अरेस्ट किया तो पूरा मामला सामने आया है. इस दौरान आरोपियों की पहचान और उनके कबूलनामे को सुनकर खुद पुलिस वाले भी हैरान रह गए.

दरअसल इस अपहरण कांड का मास्टर माइंड एयर इंडिया का पायलट है. वारदात के दौरान वह खुद तो विमान उड़ा रहा था, लेकिन उसके इशारे पर उसके गुर्गे वारदात को अंजाम दे रहे थे. पुलिस ने इस पायलट समेत पांच आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. पायलट ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसकी जमीन भी एयरपोर्ट के लिए चिन्हित दायरे के अंदर है. इस जमीन पर अधिक से अधिक मुआवजा पाने के लिए उसने पहले किसान परिवार को भड़काया और फिर बाद में उन्हें अगवा कर लिया था. यही नहीं, आरोपी पायलट इस क्षेत्र मे अपना वर्चस्व भी हासिल करना चाहता था.

पांचों आरोपी अरेस्ट

ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खान के मुताबिक आरोपी की पहचान नोएडा के सेटर-135 में रहने वाले कैप्टन पुत्तन सिंह के रूप में हुई है. वह एयर इंडिया में पायलट है. आरोपी ने पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया है. उसने यह वारदात अपनी पत्नी सरोजबाला, नई दिल्लीके मैदान गढ़ी में रहने वाली सास रामा देवी और दयानतपुर गांव के रहने वाले प्रमोद और पवन चौधरी की मदद से अंजाम दिया है. इन सभी आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर किसान हंसराज के अलावा उनकी पत्नी और बेटे को भी बरामद कर लिया है.

ये है मामला

डीसीपी ग्रेटर नोएडा के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट के दायरे में आ रहे छह गांवों को पहले चरण में विस्थापित किया गया है. इन्हीं में से एक गांव में किसान हंसराज का परिवार रहता आ रहा है. इस किसान ने अधिग्रहण की प्रक्रिया पर आपत्ति की थी और अभी तक अपनी जगह को खाली नहीं किया था. इसी बीच एसडीएम जेवर ने 29 मई को आरआर साइट में हंसराज को एक प्लाट दिया था, लेकिन उसी दिन हंसराज अपने बेटे और पत्नी को लेकर जेवर के निजी अस्पताल में भर्ती हो गए. बाद में इन्हें अगवा कर लिया गया था.

हैरान कर देगी साजिश

पुलिस के मुताबिक हंसराज और उनके पत्नी-बेटे के अपहरण के बाद आरोपी कैप्टन पुत्तन सिंह ने खुद उनके बड़े बेटे से संपर्क कर हाईकोर्ट में अवैध रूप से हिरासत में रखने की अर्जी डलवाई. इसके बाद हाईकोर्ट ने 11 जून को आदेश जारी करते हुए पुलिस को हंसराज के परिवार को 24 घंटे के अंदर कोर्ट में पेश करने को कहा. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आनन फानन में 7 टीमों का गठन किया और दिल्ली स्थित पुत्तन की ससुराल से किसान परिवार को बरामद कर लिया. इस दौरान आरोपी खुद ड्यूटी पर था और विमान उड़ा रहा था, लेकिन वहीं से बाकी आरोपियों को निर्देशित कर रहा था.

ये है वारदात की वजह

पुलिस की जांच में पता चला कि एयरपोर्ट से प्रभावित एरिया में पुत्तन की भी जमीन थी. ऐसे में वह किसान परिवार को मोहरा बनाकर अपनी जमीन का मुआवजा भी बढ़वाना चाहता था. उसे उम्मीद थी कि किसान परिवार के अपहरण के दबाव में प्रशासन मुआवजे की राशि बढ़ाता है तो वह भी तत्काल क्लेम दाखिल कर अपनी जमीन का भी मुआवजा बढ़वा लेगा. पुलिस को शक है कि इस साजिश में राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं.

रिपोर्ट: अंशुमान यादव, नोएडा