‘बीजेपी MLA विनोद सिंह ने कब्जा कीं सरकारी बिल्डिंगें…’ सुल्तानपुर में बाहुबली मोनू सिंह ने DM को दिया ये सबूत
यूपी के सुल्तानपुर के बाहुबली नेता मोनू सिंह ने बीजेपी MLA विनोद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने आरोप लगाए हैं कि बीजेपी विधायक ने जिले की कई सरकारी बिल्डिंगों पर कब्जा कर रखा है. इसके लिए उन्होंने DM को बाकयदा लेटर लिखकर जांच कराने की मांग की है.

सुल्तानपुर के बाहुबली नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख मोनू सिंह ने बीजेपी MLA के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि बीजेपी विधायक का शहर की कई अहम सरकारी बिल्डिंगों पर अवैध कब्जा है. इसके लिए उन्होंने DM को लेटर लिखकर इन बिल्डिंगों के अवैध कब्जे की जांच करके उन्हें कब्जामुक्त करने की मांग की है.
DM को लिखा लेटर
मोनू सिंह ने DM को जो लेटर लिखा है उसमें ये कहा गया है कि यूपी के सुलतानपुर के विनोद सिंह, भाजपा विधायक व प्रबन्धक के०एन०आई०पी०एस०एस० के द्वारा किये जा रहे अनर्गल कार्यों के ऊपर आकृष्ट करना चाहता हूँ जो कि बिन्दुवार निम्नानुसार हैं-
लगाए ये आरोप
“1. भाजपा विधायक व प्रबन्धक महोदय जिस आवास में रहते हैं वह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा निर्मित कृषि विज्ञान केन्द्र का है जो कि संस्थान के निदेशक को आवासित रहने हेतु निर्मित किया गया था. पूर्व में इस आवास में डा० एस०पी० गुप्ता, निदेशक कृषि विज्ञान केन्द्र आवासित थे. इस आवास में ये अनाधिकृत रूप से आवासित हैं जिसकी जाँच कराकर रिक्त कराया जाना आवश्यक है.
2. इसी परिसर में निर्मित दूसरा आवास जिसको इन्होंने अपने संस्थान के डायरेक्टर फार्मेसी को अनाधिकृत रूप से कब्जा कर आवासित कर दिया है. जिसकी जाँच कराकर रिक्त कराया जाना आवश्यक है.
3. इसी परिसर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र के लिये गेस्ट हाउस है, जिस पर प्रबन्धक महोदय द्वारा अवैध कब्जा कर फार्मेसी की छात्राओं को आवासित कराकर अवैध रूप से कमाई की जा रही है. जो कि पूर्णतः अवैध एवं खाली कराये जाने योग्य है.
4. इसी परिसर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र के अन्तर्गत निर्मित किसान हास्टल है जिस पर प्रबन्धक महोदय द्वारा अवैध कब्जा कर अपने व्यक्तिगत संस्थान के कृषि विभाग के छात्राओं को आवासित कराकर अवैध रूप से कमाई की जा रही है जो कि पूर्णतः अवैध एवं खाली कराये जाने योग्य है।
5. इसी परिसर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र के अन्तर्गत इण्डोडच बिल्डिंग जो कि ऊसर सुधार हेतु निर्मित हुई थी. इसमें प्रबन्धक महोदय द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर अपने निजी संस्थान के वाणिज्य संकाय का संचालन किया जा रहा है, जो कि पूर्णतः अवैध है एवं रिक्त कराया जाना नितान्त आवश्यक है.”
कब होगी जांच
अब देखने वाली बात ये होगी कि DM इन आरोपों की जांच कब करवाते हैं और जांच में क्या बातें सामने आती है. इस मामले को लेकर जो भी अपडेट सामने आती है, हम सबसे पहले आप तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे.