‘शिक्षक अनुभवी हैं’, TET परीक्षा पर SC में रिवीजन दाखिल करेगा विभाग, CM योगी का फरमान
उत्तर प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट के कार्यरत टीचरों के TET परीक्षा को पास करने की अनिवार्यता पर फैसले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने विभाग को रिवीजन दाखिल करने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि शिक्षकों के अनुभव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सभी टीचरों के TET एग्जाम को पास करने के फैसले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोर्ट में रिवीजन दाखिल करने का विभाग को निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश के शिक्षक अनुभवी हैं और समय-समय पर सरकार की तरफ से उन्हें ट्रेनिंग दी जाती रही है. ऐसे में उनकी योग्यता और सेवा के सालों को नजरअंदाज करना उचित नहीं है.
टीचरों ने किया विरोध
Tet की अनिवार्यता के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर शिक्षक सड़क पर उतर आए. इनका कहना है कि सेवा के बीच में नौकरी की सेवा शर्तें बदलना व्यवहारिक कैसे हो सकता है. ऐसा है तो नीट और ज्यूडिशियल सर्विसेस की भी सेवा शर्तें बदली जाए.
टीचरों का कहना है कि यह आदेश उनके भविष्य और परिवार की रोज़ी-रोटी पर सीधा असर डाल सकता है. प्रदेश में हजारों ऐसे शिक्षक हैं जिन्हें 10-15 साल का अनुभव है लेकिन उन्होंने अब तक TET पास नहीं किया. ऐसे में दो सालों के भीतर परीक्षा पास करना कई लोगों के लिए कठिन चुनौती है. उनका कहना है कि 2010 से पहले नियुक्त शिक्षकों पर यह नियम लागू नहीं होना चाहिए. संघों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं हुआ तो वे आंदोलन करेंगे, जिसके लिए 16 सितंबर की कॉल दी गई है.
कई शिक्षकों ने कहा कि उम्र और पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से उनके लिए TET पास करना बेहद कठिन है. उनका कहना है कि “अनुभव” भी शिक्षक की सबसे बड़ी पात्रता है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. टीचरों ने कानून के जानकारों से इस पर राय ली जा रही है. शिक्षक इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे और इसके लिए शिक्षकों ने सरकार से भी समर्थन मांगा था.
हमीरपुर में टीचर ने किया था सुसाइड
टीईटी परीक्षा पास करने के फैसले की वजह से हमीरपुल जिले में एक टीचर ने सुसाइड कर लिया था. उनकी उम्र 52 साल थी. गणेशीलाल अनुरागी नाम के टीचर टीईटी परीक्षा को पास करने को लेकर स्ट्रेस में थे. घरवालों का कहना था कि उन्हें बेटी की शादी को लेकर चिंता थी.