गोरखपुर से गाजियाबाद तक बदला मौसम, UP के 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; जानें अपने जिले का हाल

उत्तर प्रदेश के 30 से अधिक जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक आज बलिया, गोरखपुर से लेकर नोएडा, गाजियाबाद तक मौसम में बदल रहा है. इससे पूर्वांचल में भारी बारिश की संभावना बनी है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी लोगों को गर्मी से थोडी राहत मिलने के पूरे आसार हैं.

यूपी में बदला मौसम

मानसून की भले ही विदाई की आखिरी बेला में है, लेकिन इस समय उत्तर प्रदेश खासतौर पर पूर्वांचल के जिलों में बहुत मेहरबान है. इस समय लगभग पूरे पूर्वांचल में तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. वहीं आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश का अलर्ट है. मौसम विभाग के लखनऊ केंद्र के मुताबिक आज बलिया, बनारस से लेकर गोंडा, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, आजमगढ़, मऊ, संतकबीर नगर, बस्ती, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, अंबेडकर नगर आदि जिलों में भारी बारिश हो सकती है.

इसी प्रकार बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, संतरविदास नगर, जौनपुर और गाजीपुर में मध्यम बारिश होने के आसार हैं. इन जिलों में बादल गरजने व बिजली कड़कने के साथ कुछेक स्थानों पर बिजली गिरने का भी खतरा है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के 30 से अधिक जिलों में आज भारी बारिश हो सकती है. वहीं 25 से अधिक अन्य जिलों हल्की से मध्यम बारिश होगी. मौसम विभाग ने आज की संभावित परिस्थिति को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है.

पूरे प्रदेश में बदला मौसम

मौसम के ताज अपडेट के मुताबिक आज पूरे प्रदेश में मौसम में बदलाव का असर देखने को मिलेगा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश का उतना जोर तो नहीं रहेगा, लेकिन कहीं कहीं गरज चमक के साथ बारिश होगी. इसी प्रकार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्सों में तामपान भी कम के मुकाबले थोड़ा गिर सकता है. जबकि पूर्वांचल के अधिकांश जिलों में आज भारी बारिश होने के पूरे आसार हैं. मौसम विभाग ने इसी अलर्ट में अगले पांच दिनों के लिए भी आगाह किया है. दावा किया है कि इन पांच दिनों में पूर्वांचल के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है. हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिटपुट बारिश होगी.

इसलिए बना बारिश का मौसम

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून ने राजस्थान से वापसी शुरू कर दी है. आम तौर पर मानसून की वापसी हर साल 17 सितंबर के आसपास होती है, लेकिन इस साल तीन दिन पहले यानी 14 सितंबर से ही मानसून की वापसी हुई है. फिलहाल मानसून वापसी पंजाब में भटिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, राजस्थान में अजमेर, दौसा और गुजरात के भुज से होकर हो रही है. इसकी वजह से उत्तर प्रदेश में चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय हो गया है. वहीं पूर्वी विदर्भ क्षेत्र के पास भी चक्रवाती परिसंचरण बना है. जबकि पूर्वी बिहार के पास बना एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण निचले क्षोभमंडल में पूर्वी झारखंड की ओर और एक द्रोणी पूर्वी बांग्लादेश तक फैली हुई है. ऐसी परिस्थिति का सीधा असर उत्तर प्रदेश पर पड़ा है और यहां रेनी-डे की स्थिति बन गई है.