NEET छात्र की हत्या के मामले में बड़ा एक्शन… चौकी प्रभारी समेत सभी पुलिसवाले सस्पेंड

यूपी के गोरखपुर में नीट स्टूडेंट मर्डर केस के मामले में पुलिसवालों पर बड़ा एक्शन देखने को मिला है. इस मामले में जंगल धूषण चौकी के चौकी इंचार्ज सहित सभी पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है.

पूरी चौकी सस्पेंड

गोरखपुर में नीट छात्र की हत्या के मामले में पुलिसवालों ने सख्त एक्शन हुआ है. जंगल धूषण चौकी के प्रभारी सहित सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. SSP राजकरण नैय्यर ने लापरवाही के आरोपों के चलते ये कार्रवाई की है. इन सभी पुलिसवालों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं.

छात्र की हत्या ने इलाके में सनसनी फैल गई थी, जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे थे. मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने यह सख्त कदम उठाया है. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं गोरखपुर पहुंचे ADG अमिताभ एस ने पशु तस्करों पर नकेल कसने के लिए STF को एक्टिव करने की बात की है.

ऐसे हुई थी हत्या

ये पूरा मामला सोमवार देर रात का है, जहां पशु तस्करों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र की बेरहमी से हत्या कर दी थी. इसके बाद आरोपियों ने छात्र के शव को करीब 4 किलोमीटर दूर फेंककर सबूत मिटाने की कोशिश की थी. वारदात के 4 घंटे बाद परिजनों ने खून से लथपथ मृतक की लाश बरामद की थी. लाश को देखकर ये पता चल रहा था कि किसी भारी चीज से उसका सिर कुचला गया था.

परिवार वालों ने ये बताया

जानकारी के मुताबिक सोमवार रात करीब दर्जनभर पशु तस्कर 2 गाड़ियों से छात्र के मऊआचापी गांव स्थित फर्नीचर की दुकान और गोदाम पर पहुंचे थे. सुनसान जगह देखकर वे लोग गोदाम का ताला तोड़ने लगे. इसी गोदाम के छत पर ट्रैवल्स का ऑफिस है और उसे मृतक के बुआ का लड़का चलाता है. वह भी सोमवार की रात वहीं मौजूद था. जैसे ही उसे इस बात का पता चला तो इसकी सूचना मृतक को दी.

गांववालों ने एक तस्कर को पकड़ा

सूचना पाकर मृतक दीपक स्कूटी लेकर दुकान की तरफ गया. इसके बाद तस्कर वहां से भागने लगे तो दीपक ने उनका पीछा किया. इसी बीच उसकी स्कूटी गिर गई फिर तस्करों ने उसे अपनी गाड़ी में खींच लिया. इसके बाद छात्र की लाश बरामद हुई. वहीं गांववालों ने एक तस्कर को दौड़ाकर पकड़ा और उसकी जमकर पिटाई की. मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे किसी तरह छुड़ाया. इस खींचातानी में SI जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव और पिपराइच के थानेदार भी बुरी तरह से जख्मी हो गए.