गजब! ई-नीलामी से मिले ₹1168 करोड़, दशहरा पर निवेशकों ने दिल खोलकर लगाई बोली

उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने ई-नीलामी से रिकॉर्ड आय अर्जित की है. यह बंपर आय 391 आवासीय और 601 अनावासीय संपत्तियों की बिक्री से मिली, जो रियल एस्टेट सेक्टर में निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाती है. इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.

रियल एस्टेट सेक्टर में बढ़ा भरोसा

दशहरा के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने एक बार फिर अपनी आर्थिक ताकत का परिचय दिया है. परिषद ने 30 सितंबर 2025 को प्रदेश के विभिन्न शहरों में स्थित 391 आवासीय और 601 अनावासीय संपत्तियों की ई-नीलामी सफलतापूर्वक संपन्न कराई, जिसके जरिए लगभग ₹1168 करोड़ की भारी-भरकम आय प्राप्त होने की संभावना है.

यह नीलामी न केवल परिषद की आधुनिक कार्यप्रणाली को दर्शाती है, बल्कि उत्तर प्रदेश के रियल एस्टेट सेक्टर में बढ़ते निवेश को भी रेखांकित करती है. इस मेगा ई-नीलामी में प्रदेश के प्रमुख शहरों की संपत्तियों को शामिल किया गया. लखनऊ, आगरा, कानपुर और मेरठ जैसे शहरों में संपत्तियों की मांग हमेशा से अधिक रही है, और इस बार भी क्रेताओं ने इन अवसरों का जमकर फायदा उठाया.

ई-नीलामी में शामिल शहर और संपत्तियां

मेगा ई-नीलामी में आगरा से 127, लखनऊ से 334, कानपुर से 213 और मेरठ से 134 संपत्तियां नीलामी के लिए उपलब्ध कराई गईं. इसके अलावा, गोरखपुर और वाराणसी जोन की आवासीय और अनावासीय संपत्तियों को भी जनता के लिए पेश किया गया. इन संपत्तियों में फ्लैट, प्लॉट, दुकानें और अन्य व्यावसायिक इकाइयां शामिल थीं, जो निवेशकों और आम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहीं.

18 सितंबर से शुरू हुई थी पंजीकरण प्रक्रिया

परिषद ने इस ई-नीलामी को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाए रखने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 18 सितंबर 2025 से शुरू की थी. इच्छुक क्रेताओं को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण करने का अवसर दिया गया, जिसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया गया. परिणामस्वरूप, नीलामी में क्रेताओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया और बढ़-चढ़कर बोली लगाई.

1168 करोड़ की अनुमानित आय न केवल परिषद के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. यह राशि परिषद को नई परियोजनाओं, बुनियादी ढांचे के विकास और आम जनता के लिए किफायती आवास योजनाओं को लागू करने में मदद करेगी.

क्रेता बोले- निवेश का सुनहरा मौका था

एक क्रेता ने कहा कि इस बार ई-नीलामी की प्रक्रिया इतनी आसान और पारदर्शी थी कि हमने बिना किसी झिझक के बोली लगाई. वहीं, आगरा के एक अन्य क्रेता रमेश शर्मा ने कहा, ‘जेवर एयरपोर्ट और अन्य विकास परियोजनाओं के कारण नोएडा और आसपास के इलाकों की तरह ही आगरा में भी संपत्तियों की कीमतें बढ़ रही हैं. यह निवेश का सुनहरा मौका था.’