प्रेम जाल, ब्लैकमेलिंग और सुपारी किलिंग… महामंडलेश्वर ने क्यों कराई अभिषेक गुप्ता की हत्या?
हाथरस के अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. अलीगढ़ में TVS एजेंसी मालिक अभिषेक की हत्या के पीछे महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडे का हाथ बताया जा रहा है. आरोप है कि अभिषेक की कुछ आपत्तिजनक फोटो और वीडियो थे, जिनके जरिए वह उसे ब्लैकमेल करती थी.

हाथरस के रहने वाले अभिषेक गुप्ता की 26 सितंबर को अलीगढ़ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह वारदात उस समय हुई जब अभिषेक अपने पिता और चचेरे भाई के साथ गांव लौटने के लिए बस में बैठने वाले थे. इस सनसनीखेज हत्याकांड में अब बड़ा खुलासा हुआ है, हत्या के पीछे महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडे का नाम सामने आया है.
हालांकि, शुरुआती दौर में ही परिजनों ने निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय और उनके पति अशोक पांडे पर हत्या का आरोप लगाया था, लेकिन वजह साफ नहीं हो पाई थी. पूजा पांडे गांव के रिश्ते में अभिषेक की बुआ लगती थी. शादीशुदा होने के बावजूद वह उसपर शादी का दबाव बनाती थी.
अभिषेक को शादी के लिए करती थी ब्लैकमेल
परिजनों के मुताबिक, पूजा शकुन पांडे मूल रूप से कचौरा गांव की रहने वाली है, लेकिन फिलहाल अलीगढ़ में रह रही थी. कई साल पहले उसने अभिषेक को अपने प्रेम जाल में फंसाकर वही रखती थी. जबकि उसके दो बच्चे भी हैं. वह अभिषेक पर लगातार शादी का दबाव बनाती रही, जिसकी वजह से अभिषेक की अब तक शादी नहीं हो पाई.
परिजनों का कहना है कि इसकी कारण अभिषेक से पहले उसके छोटे भाई की शादी भी हो गई. आरोप है कि उसके पास अभिषेक की कुछ आपत्तिजनक फोटो और वीडियो थे, जिनके जरिए वह उसे ब्लैकमेल करती थी. खुलासे में यह बात सामने आई कि ब्लैकमेलिंग सिर्फ शादी तक सीमित नहीं थी. पूजा पांडे कारोबार में भी हिस्सा चाहती थी.
तुझे किसी और का भी नहीं होने दूंगी…
अभिषेक गुप्ता का अलीगढ़ में TVS का एजेंसी है. परिवार का दावा है कि पूजा पांडे उससे एजेंसी में फ्री में पार्टनरशिप देने का दबाव भी बना रही थी. जब अभिषेक को उसके झूठे प्यार और ब्लैकमेलिंग का एहसास हुआ तो वह उसके घर जाना बंद कर दिया और नंबर भी ब्लॉक कर दिए. यही बात पूजा शकुन पांडे को नागवार गुज़री.
परिजनों का दावा है कि पूजा पहले ही धमकी देती थी कि अगर “तू मेरा नहीं हुआ तो मैं तुझे किसी और का भी नहीं होने दूंगी, मात्र 180 रुपये में दुनिया खत्म हो जाती है.” इसी के चलते उसने और उसके पति अशोक पांडे ने तीन लाख रुपये में शूटरों को सुपारी देकर अभिषेक की हत्या करवा दी.
प्रेम-प्रसंग, ब्लैकमेलिंग और सुपारी किलिंग
ग्रामीणों ने बताया कि पूजा शकुन पांडे के नाम पर गांव में एक मकान है जिसे “श्रीराम भवन” कहा जाता है. ग्रामीणों का आरोप है कि यहां अनैतिक गतिविधियां होती थीं. अब ग्रामीण न सिर्फ इस हत्याकांड के सभी आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से श्रीराम भवन पर बुलडोजर चलवाने की भी अपील कर रहे हैं.
अभिषेक गुप्ता हत्याकांड अब महज एक आपराधिक वारदात नहीं रह गया है, बल्कि इसमें रिश्तों के कलंक, प्रेम-प्रसंग, ब्लैकमेलिंग और सुपारी किलिंग जैसी परतें जुड़ती जा रही हैं. पुलिस की जांच इस केस में और भी बड़े खुलासे कर सकती है. वहीं, ग्रामीणों और परिजनों की सीधी मांग है कि दोषियों को जल्द से जल्द सख्त से सख्त सजा दी जाए.