वाराणसी के नाइट मार्केट पर चला बुलडोजर, कैंट स्टेशन के सामने की 250 दुकानें जमींदोज

वाराणसी के कैंट स्टेशन के सामने स्थित नाइट मार्केट को नगर निगम ने ध्वस्त कर दिया है. लगभग 250 दुकानें कुछ ही घंटों में धवस्त कर दी गईं. नगर निगम के मुताबिक, यातायात समस्या और रखरखाव में लापरवाही के कारण यह कार्रवाई की गई. दुकानदारों को पूर्व सूचना दी गई थी, लेकिन वे अब बेघर हो गए हैं.

वाराणसी के नाइट मार्केट पर चला बुलडोजर

वाराणसी के कैंट स्टेशन के सामने स्थित नाइट मार्केट अब इतिहास बन गया है. नगर निगम ने शुक्रवार देर रात नाइट मार्केट के दुकानों को जमींदोज कर दिया है. एक झटके में यहां स्थित करीब 250 से ज्यादा दुकानों को बुलडोज कर दिया गया है. नगर निगम का कहना है कि इससे ट्रैफिक की समस्या हो रही है. नाइट मार्केट के संचालक पर रखरखाव में लापरवाही के आरोप लगे हैं. साथ ही कंपनी का अनुबंध निरस्त कर दिया है.

नाइट मार्केट के संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी मेसर्स श्रेया इंटरप्राइजेज संभाल रही थी. उस पर रखरखाव में लापरवाही, मनमाने तरीके से दुकानों के आवंटन जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. नगर निगम ने बताया कि इससे स्टेशन रोड पर यातायात बाधित हो रहा था. यात्रियों और स्थानीय निवासियों को पैदल आने-जाने में परेशानी हो रही थी. सफाई व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी थी. नगर निगम ने दो जुलाई को दुकान हटाने का नोटिस जारी किया था.

दुकानें हटाने के लिए 48 घंटे का मिला था समय

नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक, यातायात समस्या और रखरखाव में लापरवाही के कारण मार्केट को हटाया गया है. इसके लिए दुकानदारों को पहले ही सूचना दे दी गई थी. मार्केट के दुकानदारों को 2 जुलाई को अपनी दुकान खाली करने को कहा गया था. इसके बाद कुछ ने दुकानें हटा ली जबकि कई दुकानदार इसके लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, नगर निगम ने दुकानें हटाने के लिए 48 घंटे का समय दिया था. वहीं, अब इन दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया है.

इससे पहले फरवरी में नाइट मार्केट के संचालक संस्था श्रेया इंटरप्राइजेज का अनुबंध भी निरस्त कर दिया गया था. लेकिन किसी को क्या पता था कि 2 जुलाई को नोटिस थमाने के बाद अचानक रातों-रात मार्केट पर बुलडोजर चल जाएगा. नगर आयुक्त के एक्शन के बाद दुकानदार रोजी-रोटी को लेकर चिंतित हैं. लोगों के रोने बिलखने और विरोध करने का कोई लाभ नहीं हुआ. नगर निगम ने घंटे भर में 250 दुकानों पर बुलडोजर चलाकर सपाट कर दिया.

लेकिन एक झटके में सब खत्म हो गया…

नगर आयुक्त ने कहा कि डेढ़ साल पहले कैंट रेलवे स्टेशन के सामने नाईट मार्किट जोर शोर से खोला गया था. ताकि, बनारस और स्मार्ट बने, जरूरत की चीज़ें रात भर मिलेंगी. लेकिन डेढ़ साल के अंदर नगर निगम को ये महसूस होने लगा कि इससे ट्रैफिक की समस्या हो रही है, अनैतिक काम हो रहा है और जिस कंपनी ने ये नाईट मार्केट बनाया है, उसने मानक के अनुरूप काम नहीं किया है. इसलिए यह कार्रवाई की गई है.

दुकानदारों को इस एक्शन से काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. सालों से उनकी दुकानें यहां पर चल रही थी लेकिन अचानक इसे बुलडोज करने से उनके लिए जल्द दुसरी जगह तलाशना मुश्किल होगा. नाईट मार्केट में पिज़्ज़ा की दुकान चलाने वाले पंकज कुमार पूछ रहे हैं कि परिवार लेकर कहां जाए? दुकान के लिए डेढ़ साल पहले एक लाख रूपये सिक्योरिटी दिए और महीने का तीस हज़ार रूपये किराया देते थे. लेकिन एक झटके में सब खत्म हो गया, दुकान तोड़ दी गई और सिक्योरिटी का कुछ पता नही, अब परिवार लेकर कहां जाएं?

ये हजारों परिवार की रोज़ी-रोटी का मामला

वाराणसी के नाईट मार्केट को जमींदोज़ कर देने की घटना से हज़ारों परिवार सड़क पर आ गए हैं. नाईट मार्केट से जुड़ी कैंट होटल एसोसिएशन की अध्यक्ष नेत्रा जायसवाल बेहद आहत हैं. नेत्रा जायसवाल ने नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों पर भ्र्ष्टाचार और धोका देने का आरोप लगाया है. अब नेत्रा जायसवाल ये मांग कर रही हैं कि जिनको वहां से उजाड़ा गया है सरकार उनको फिर से बसाए. हज़ारों परिवार की रोज़ी-रोटी का ये मामला है सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.