फेक कॉल सेंटर से कई राज्यों में ठगी का नेटवर्क, पुलिस ने मारा छापा, 32 अरेस्ट
यूपी के वाराणसी से पुलिस ने एक गैंग के एसे 32 लोगों को अरेस्ट किया है, जो फर्जी कॉल सेंटर के जरिए ठगी का बड़ा रैकेट चला रहे थे. इस गैंग के लिए काम करने वाले लोग नॉर्थ ईस्ट समेत कई राज्यों के बताए जा रहे हैं.

वाराणसी में फर्जी कॉल सेंटर के जरिए ठगी का एक बड़ा नेटवर्क चलाया जा रहा था. पुलिस ने इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए छापेमारी की और बंद कमरे से 32 लड़के- लड़कियों को अरेस्ट किया. आरोपी यहां से पूरे देश में बड़े पैमाने पर ठगी को अंजाम देते थे. पुलिस ने जिन लोगों को अरेस्ट किया है, उनमें नॉर्थ ईस्ट के भी कई युवक- युवतियां शामिल हैं.
ऐसे हुआ पर्दाफाश
वाराणसी के रोहनिया इलाके के अमरा चौराहे पर स्थित एक बंद कंप्यूटर सेंटर पर पिछले कुछ दिनों से कई लोगों की देर रात और तड़के सुबह गाड़ियों की आवाजाही लगी रहती थी. इनमें से दर्जनों बाहरी लोग भी दिखाई देते थे. पूर्वोत्तर के लोगों की लगातार बढ़ती आवाजाही स्थानीय लोगों के डर का कारण बन रही थी. इसी को लेकर जब लोगों को कुछ शक हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की.
ठगी का नेटवर्क
सूचना के बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने सक्रियता दिखाते हुए 3 IPS अफसरों की अगुवाई में बुधवार रात इस जगह पर छापेमारी की. इसके बाद पुलिस ने पूरे गैंग का पर्दाफाश कर दिया. पुलिस ने मौके से 32 युवक- युवतियों को गिरफ्तार किया. जब उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो पता चला चला कि इस कॉल सेंटर के जरिए पूरे देश में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा था.
मिलीं ये चीजें
पुलिस को मौके से लाखों रुपये कैश, 40 लैपटॉप- डेस्कटॉप और भी कई चीजों की बरामदगी की है. बरामद इलेक्ट्रानिक डिवाइसेज से अहम साक्ष्य मिलने की पूरी संभावना है. इनसे छेड़छ़ाड़ न हो सके, इसके लिए साइबर सेल और फोरेंसिक टीमें देर रात से जांच में जुटी हैं.
गिरफ्तार लोगों में पंजाब, गुजरात, मेघालय और नगालैंड के रहने वाले हैं, जो कि 20- 35 साल की उम्र के बताए जा रहे हैं. इनका मुख्य सरगना कौशलेन्द्र तिवारी है जिसकी उम्र 25 साल है.