डिजिटल अरेस्ट कर 100 करोड़ से अधिक ठगने वाले गिरोह का हुआ भांडाफोड़… ऐसे करता था ब्लैकमेल

यूपी पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भांडाफोड़ किया है, जो डिजिटल अरेस्ट के जरिए करीब 100 करोड़ से भी ज्यादा की ठगी कर चुका है. कुछ समय पहले शाहजहांपुर के एक प्रगतिशील किसान को डिजिटल अरेस्ट कर 1 करोड़ 4 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया था. इस मामले की तफ्तीश के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी और इस गैंग का पर्दाफ़ाश हो गया.

सांकेतिक फोटो

यूपी पुलिस ने एक बड़े स्कैम नेटवर्क गैंग का पर्दाफ़ाश किया है. ये गैंग डिजिटल अरेस्ट के जरिए अब तक करीब 100 करोड़ से भी अधिक की ठगी कर चुका है. पुलिस ने इस गैंग के 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. कुछ वक्त पहले शाहजहांपुर के एक प्रगतिशील किसान से 1 करोड़ 4 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया था. इसी मामले की जांच को लेकर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. जिन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, उनमें एक एमबीए पासआउट भी शामिल है.

मिलता था कमीशन

पुलिस की पूछताछ में इन आरोपियों ने बताया है कि वे 2 से 10 फीसदी कमीशन के लालच में फर्जीवाड़ा कर रहे थे. आरोपियों ने खुद को सीबीआई का अधिकारी बताकर किसान को वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट कर लिया था और मुकदमे में फंसाने का डर दिखाकर भारी रकम वसूल की थी.

ऐसे बनाया निशाना

इसके अलावा शातिर अलग- अलग तरीके से कई लोगों को निशाना बनाते थे. शरद चंद्र सक्सेना को आरोपियों ने ये कहकर डराया कि उनके खाते से ढाई करोड़ रुपये का अवैध ट्रांजेक्शन हुआ है. इसके बाद ठगों ने उनसे जमानत और क्लीन चिट के नाम पर 4 खातों में 1 करोड़ चार लाख 47 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए. पुलिस की जांच में सामने आया कि ये रकम 40 अलग-अलग खातों में भेजी गई.

ठगों के पास मिली ये चीजें

पुलिस ने जिन 7 स्कैमर्स को पकड़ा है, ये लोग देश के अलग- अलग हिस्सों से हैं. इनके पास से 9 मोबाइल फोन, 7 डेबिट कार्ड और 1 बैंक पासबुक बरामद की गई है. हांलाकि इस गैंग का सरगना अभी पुलिस की पहुंच से बाहर है. उसकी तलाश की जा रही है. शाहजहांपुर के SP राजेश द्विवेदी ने बताया कि यह पूरा गिरोह फिनटेक साइबर ठग नेटवर्क का हिस्सा है, जो देशभर में इस तरह की ठगी के मामलों को अंजाम देता है. उन्होंने कहा कि मामले में कार्रवाई की जा रही है.