लखनऊ में ऑक्सीटोसिन की तस्करी, बिहार से लाकर करते थे सप्लाई; यूपी ATS ने दो को दबोचा

यूपी STF ने अवैध ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह अंतर्राज्यीय स्तर पर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी में शामिल था. यूपी STF ने गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह बिहार से इंजेक्शन मंगवाकर लखनऊ के आसपास जिलों में सप्लाई करता था.

लखनऊ में ऑक्सीटोसिन तस्करी गिरोह गिरफ्तार Image Credit:

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UPSTF) ने एक बड़े ऑक्सीटोसिन तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह बिहार से आक्सीटोसिन की खेप लाकर उसे लखनऊ और आसपास के जिलों में सप्लाई करता था. यूपी STF ने गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से भारी मात्रा में ऑक्सीटोसिन और अन्य रसायन बरामद हुए हैं.

गोमती नगर के उजरियांव से एसटीएफ ने दोनों आरोपी को दबोचा है. यह गैंग अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध रूप में आक्सीटोसीन इन्जेक्शन की तस्करी करता था. आरोपितों के कब्जे से एक करोड़ रुपये के इंजेक्शन बरामद किए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना गोमतीनगर में दाखिल कर, आगे की कानूनी कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है.

उजरियांव में गौसुल हसन के मकान से गिरफ्तार

एसटीएफ के उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि टीम को अवैध आक्सीटोसिन इन्जेक्शन की तस्करी की सूचना मिली थी. पता चला ये गिरोह आक्सीटोसिन की खेप लाकर उसमें मिलावट करके आसपास के जिलों में सप्लाई करते हैं. टीम ने इस पर उजरियांव में गौसुल हसन के मकान में छापेमारी की, जहां से दोनों को दबोचा गया.

आरोपियों की पहचान बागपत के बड़ौत निवासी कयूम अली और मदेयगंज के कदम रसूल वार्ड के रहने वाले मो. इब्राहिम के रूप में हुई है. दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि इनका एक गिरोह है, जो लखनऊ और आसपास के जिलों में अवैध रूप से आक्सीटोसीन इन्जेक्शन की सप्लाई करता है. यह लोग बिहार और गाजियाबाद से अवैध तरीके से इसे मंगवाते हैं.

70 लीटर आक्सीटोसीनस, 55 लीटर फिनायल

दोनों आरोपियों के पास से 70 लीटर आक्सीटोसीन (5 लीटर के 14 गैलन), 55 लीटर फिनायल, 27 लीटर विनेगर, 16,500 खाली शीशी (180 एमएल), 9 कैप सीलर, 3000 अदद एल्यूमिनियम कैप (नीला कलर), 3000 एल्यूमिनियम पैक (लाल कलर), 2500 रबर कैप, 19 किलोग्राम नमक और 1 फोन पे स्कैनर बरामद किया गया है. पुलिस आगे की जांच में जुटी है.