आगरा में गैंगरेप पीड़िता से वकील ने किया दुष्कर्म, इंसाफ दिलाने वाला ही बना दरिंदा!
आगरा में न्याय की गुहार ही शिकार बन गई. इंसाफ की गुहार लगा रही एक गैंगरेप पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है. पीड़िता के ही वकील ने उसे अपने हवस का शिकार बनाया है. वकील ने समझौते के बहाने होटल में बुलाकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया. इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है.
आगरा में गैंगरेप पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटना ने शहर को झकझोर कर रख दिया है. आरोपी कोई और नहीं, बल्कि उसी का वकील है. जिसने पीड़िता को एक होटल में बुलाकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया. वकील ने समझौते के बहाने पहले पीड़िता को कार में बैठाया. उसे बीयर पिलाई और फिर होटल में ले जाकर हवस का शिकार बनाया.
जानकारी के अनुसार, यह शर्मनाक घटना नवनिर्मित थाना एकता क्षेत्र के होटल ताज रॉयल में हुई. आरोपी अधिवक्ता का नाम जितेंद्र धाकरे उर्फ संतोष सिंह है. उसने गैंगरेप पीड़िता को समझौते का लालच देकर फंसाया. पीड़िता के मुताबिक, आरोपी उसे होटल ले गया, जहां उसे बीयर पिलाई गई और फिर कमरा नंबर 106 में ले जाकर दुष्कर्म किया गया.
इंसाफ दिलाने के बजाय, बनाया हवस का शिकार
पीड़िता साल 2022 में एत्मादपुर क्षेत्र में हुए गैंगरेप की शिकार है. वह बृहस्पतिवार को सुनवाई के लिए दीवानी कोर्ट गई थी. वकील जितेंद्र सिंह केस की पैरवी कर रहे थे. उसने पीड़िता से कहा कि मामले में समझौता कर दिया जाएगा. इसके बाद वकील ने पीड़िता को बात करने बुलाया. भरोसे में आकर पीड़िता वहां पहुंची तो वकील ने उसे अपने कार में बैठाया.
वकील ने कार में पीड़िता को बीयर पिलाई, साथ ही उसे ताजगंज के होटल ताज रॉयल के कमरा नंबर 106 में ठहरा दिया. उसने वहां भी पीड़िता को बीयर पिलाई और नशे में होने का फायदा उठाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. रात के समय किसी तरह पीड़िता होटल से भागने में सफल रही और सीधे एकता थाना पहुंची, जहां उसने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई.
भागने की कोशिश में आरोपी के दोनों पैर टूट गए
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में केस दर्ज किया. जब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची, तो उसने भागने की कोशिश में पड़ोसी की छत से छलांग लगा दी, जिससे उसके दोनों पैर टूट गए. गंभीर रूप से घायल आरोपी को एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने बताया है कि होटल के सीसीटीवी फुटेज और रजिस्टर एंट्री में आरोपी की मौजूदगी प्रमाणित हुई है. इसके अलावा, पुलिस ने कमरे से फोरेंसिक साक्ष्य भी जुटाए हैं, और मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. यह घटना कानूनी पेशे की साख पर गंभीर सवाल है. क्योंकि एक पीड़िता को इंसाफ दिलाने के बजाय, उसे हवस का शिकार बनाया गया.
