23 महीने बाद जेल से बाहर निकले आजम खान, अखिलेश बोले- ‘हम वापस लेंगे सभी मुकदमे’

आजम खान 23 महीनों के बाद सीतापुर जेल से रिहा हो गए. जुर्माना जमा करने के बाद उनकी रिहाई की प्रक्रिया पूरी हुई है. समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने आजम खान की रिहाई पर शुभकामना दी है. साथ ही उन्होंने आजम खान के दलबदल की अफवाहों का खंडन किया है. कहा कि वह सपा के साथ थे, हैं और रहेंगे. शिवपाल यादव ने सरकार पर आजम खान को फंसाने के लिए झूठे मुकदमे लगाने का आरोप लगाया.

जेल से रिहा हुए आजम खान

सपा के दिग्गज नेता आजम खान आखिरकार मंगलवार की दोपहर में जेल से रिहा हो गए. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंगलवार की सुबह रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में जुर्माना राशि जमा कराने के बाद उनकी रिहाई के आदेश हुए. इसके बाद सीतापुर जेल में करीब घंटे भर की औपचारिकताओं के बाद उन्हें रिहा किया गया. आजम खान को जेल के बाहर रिसीव करने के लिए बड़ी संख्या में समर्थक और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सुबह से ही पहुंचे हुए थे.

जेल से बाहर निकलते ही आजम खाने सामने समर्थकों को देखा और मुस्कराते हुए उनका अभिवादन स्वीकार किया. इसके बाद बड़ी गर्मजोशी ने कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया और अलग अलग गाड़ियों में बैठकर वहां से रामपुर के लिए रवाना हो गए. इधर, इटावा पहुंचे सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने आजम खान की रिहाई और पार्टी बदलने को लेकर बड़ा बयान दिया है.

हम वापस लेंगे मुकदमे: अखिलेश

आजम खान की रिहाई पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि आजम को न्याय जरूर मिलेगा. उनके ऊपर झूठे मुकदमे लादे गए थे. अब अगले चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनेगी. इसके बाद सभी मुकदमों को वापस लिया जाएगा. जेल से बाहर आने पर पूर्व सीएम अखिलेश ने आजम खान का स्वागत किया. कहा कि यह समाजवादी पार्टी के लिए खुशी का मौका है.

आजम के साथ सपा: शिवपाल

शिवपाल ने कहा कि आजम खान सपा छोड़कर कहीं नहीं जा रहे. वह हमेशा से सपा के साथ थे और आज भी हैं. उन्होंने कहा कि आज 23 महीने बाद उनकी सीतापुर जेल से रिहाई हुई है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उनके ऊपर जान बूझकर सैकड़ों झूठे मुकदमे लादे गए. उन्हें सरकार ने फंसाया है. कहा कि इस मुश्किल दौर में भी समाजवादी पार्टी आजम खान के साथ रही है और आगे भी रहेगी.

2020 में किया था सरेंडर

आजम खान ने 26 फरवरी 2020 को रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था. इसके बाद उन्हें जालसाजी के एक मुकदमे में कोर्ट में न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था. बाद में इसी मामले में उनकी पत्नी और बेटे को भी सीतापुर जेल भेज दिया गया. कुछ समय जेल में रहने के बाद पत्नी और बेटे तो जमानत पर बाहर आ गए, लेकिन आजम की रिहाई नहीं हो सकी. साल 2022 में उन्हें जमानत मिली थी, लेकिन अक्टूबर 2023 में उनके खिलाफ नया मामला दर्ज होने की वजह से उन्हें दोबारा जेल जाना पड़ा था. तब से वह सीतापुर जेल में थे.

आजम पर थे 111 मुकदमे

केस डायरी के मुताबिक आजम खान पर एक दो नहीं, बल्कि कुल 111 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. इनमें से सात मामलों में तथ्य नहीं मिलने की वजह से एफआर लगी है. वहीं एक मामले में वह कोर्ट से बरी हुए हैं. जबकि नौ अन्य मामलों को सपा सरकार में वापस ले लिया गया था. पिछले दिनों छह अलग अलग मामलों में उन्हें सजा सुनाई गई थी. हालांकि अब उन्हें सभी मामलों में जमानत मिल गई है.