‘कॉपी-पेस्ट की राजनीति कर रहे हैं अखिलेश’, ब्रजेश पाठक बोले- उनके बयान और विचार दूसरों के
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव की राजनीति को 'कॉपी-पेस्ट' और 'चैट जीपीटी जैसी कृत्रिम' बताया है. ब्रजेश पाठक ने RSS पर बैन की बात करने को लेकर सपा मुखिया की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की मानसिकता पीएफआई और सिमी का समर्थन करती है.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. साथ ही सपा नेता पर जातिगत गोलबंदी कर समाज को बांटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सपा को राष्ट्रवाद से डर लगता है, जबकि भाजपा विकास और सबका साथ सबका विकास के पथ पर है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव की राजनीति अब इतनी कृत्रिम हो गई है, मानो चैट जीपीटी से बनी हो. उनके पास न विजन है, न जमीन और न ही जज्बा. वो अब सिर्फ कॉपी पेस्ट की राजनीति कर रहे हैं. उनके बयान और विचार दूसरों के हैं और चिंता सिर्फ कुर्सी की है.
‘अखिलेश यूुपी में सर को लेकर डरे हुए हैं’
अखिलेश यादव के शुक्रवार को बीजेपी पर दिए बयान का पलटवार करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सपा मुखिया उत्तर प्रदेश में सर को लेकर डरे हुए हैं. सपा नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है. वह जाति का कार्ड खेलकर घुसपैठियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. लगातार हार के बाद वह जातिगत गोलबंदी कर अपनी खोई हुई जमीन प्राप्त करने को प्रयासरत हैं.
सपा को आतंकवाद से नहीं राष्ट्रवाद से डर
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव द्वारा आरएसएस को देश में बैन की बात की भी कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि आरएसएस को बैन करने बात सिर्फ वही कर सकता है, जिसे भारत की एकता और सनातन संस्कृति से भय हो. सपा का इतिहास गवाह है कि उसे आतंकवाद से नहीं बल्कि राष्ट्रवाद से डर लगता है.
2013 में आतंकवाद से जुड़े 14 केस वापस लिए
ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव के प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं है वाले बयान पर भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में जब प्रदेश में सपाई सरकार थी, तब सात जिलों में आतंकवाद से जुड़े 14 केस एक साथ वापस लिए गए थे. आज प्रदेश में बेटियां सुरक्षित हैं. सपा शासनकाल में प्रदेश में कानून व्यवस्था के क्या हाल थे, किसी से छिपा नहीं है.
