समाजवादी पार्टी ने भाजपा विधायक केतकी सिंह को भेजा कानूनी नोटिस, छवि धूमिल करने का आरोप
उत्तर प्रदेश में बीजेपी विधायक केतकी सिंह के खिलाफ समजावादी पार्टी की तरफ से नोटिस भेजा गया है. ये नोटिस उनके अखिलेश पर टोटी चोर वाले बयान को लेकर किया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है.

उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है, क्योंकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने बलिया की बांसडीह से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक केतकी सिंह के खिलाफ कानूनी नोटिस भेजा है. सपा ने केतकी सिंह पर पार्टी और इसके अध्यक्ष अखिलेश यादव की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है. यह विवाद केतकी सिंह के एक हालिया बयान से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने अखिलेश यादव पर ‘टोटी चोर’ जैसे तंज कसते हुए तीखा हमला बोला था.
विवाद की जड़ बना केतकी सिंह का बयान
केतकी सिंह ने मंगलवार को बलिया में मीडिया से बातचीत के दौरान सपा और अखिलेश यादव पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, “इन समाजवादियों में शर्म नहीं है. इतना बेइज्जत होने के बाद भी टोटी लौटाने की बात नहीं करते. अखिलेश यादव हर किसी से हिसाब मांगते हैं, लेकिन अपनी टोटियों का हिसाब कभी नहीं दिया. जो टोटियां उठाकर ले गए हो साहब, वो यूपी की जनता को वापस करो.” यह बयान 2017 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री आवास छोड़ने के दौरान सरकारी सामान, विशेष रूप से ‘टोटियों’ के गायब होने के पुराने आरोपों की ओर इशारा करता था.
इस बयान से सपा कार्यकर्ता भड़क गए और बुधवार को सपा की महिला सभा ने लखनऊ में केतकी सिंह के गुलिस्ता कॉलोनी स्थित आवास का घेराव किया. प्रदर्शनकारी महिलाएं हाथ में टोटियां लेकर पहुंचीं और केतकी सिंह के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान केतकी सिंह बलिया में थीं, लेकिन उनकी 16 वर्षीय बेटी विभावरी सिंह घर पर अकेली थीं. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प भी हुई, जिसके बाद कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया.
सपा ने कानूनी नोटिस भेजी
केतकी सिंह के बयान को सपा ने अशोभनीय और व्यक्तिगत हमला करार दिया. सपा महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष नेहा यादव ने कहा, “केतकी सिंह बार-बार अखिलेश यादव के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं. यह न केवल उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भाजपा 2027 के विधानसभा चुनाव में अपनी हार को देखकर बौखला गई है.”
सपा ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई का रास्ता चुना और केतकी सिंह को मानहानि का नोटिस भेजा. नोटिस में कहा गया है कि केतकी सिंह के बयान न केवल अखिलेश यादव की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले हैं, बल्कि सपा की विचारधारा और कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाते हैं. सपा ने मांग की है कि केतकी सिंह सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, अन्यथा उनके खिलाफ दीवानी और आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा.
मैं पहले मां हूं बाद में विधायक
केतकी सिंह ने सपा के प्रदर्शन को ‘कायराना’ करार देते हुए कहा कि उनकी अनुपस्थिति में उनके घर पर प्रदर्शन करना और उनकी नाबालिग बेटी को डराने की कोशिश करना सपा की नीचता को दर्शाता है. उन्होंने कहा, “मैं पहले मां हूं, बाद में विधायक. अगर किसी ने मेरी बेटी की तरफ आंख उठाई, तो मैं उनकी आंख निकाल लूंगी. सपा के लोग मुझसे बलिया में आकर लड़े, मेरी बेटी को क्यों डराया?”
केतकी सिंह की 16 वर्षीय बेटी विभावरी सिंह ने भी सपा कार्यकर्ताओं को करारा जवाब दिया. एक वायरल वीडियो में उन्होंने कहा, “ये लोग सोचते हैं कि एक 16 साल की लड़की को डराकर अपनी राजनीति चमकाएंगे. मैं डरने वाली नहीं हूं और न ही मेरी मां डरेगी. अगर आपने मुझ पर उंगली उठाई, तो मेरी मां आपको बीच से फाड़ देगी.