जल्दी पहुंचेंगे दिल्ली से झांसी, UP में इस रूट पर बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार; जानें Indian Railways का पूरा प्लान
दिल्ली झांसी रूट पर चलने वाली ट्रेनों की रफ्तार अब बढ़ने वाली है. खासतौर पर वंदे भारत और राजधानी-शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनें 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगी. अभी तक इस रुट पर दिल्ली से आगरा तक यह ट्रेनें 160 की स्पीड से चलती हैं, लेकिन इसके आगे इनकी स्पीड आधी रह जाती थी. दावा किया जा रहा है कि इसी साल दिसंबर तक आगरा से झांसी के बीच भी इन ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी हो जाएगी.
इंडियन रेलवे ने आगरा झांसी रूट पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने का फैसला किया है. अब इस रूट पर ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी प्रतिघंटा होगी. उम्मीद है कि इस साल के आखिर में कई ट्रेनें नई रफ्तार से फर्राटे भरना भी शुरू कर देंगी. फिलहाल यह व्यवस्था वंदे भारत, शताब्दी और राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों के लिए किया जा रहा है. इन ट्रेनों को इसी साल दिसंबर या अगले साल जनवरी महीने में नए स्टॉपेज भी मिल सकते हैं. इस प्रयोग के बाद में बाकी ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की योजना है.
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक इस साल के आखिर तक आगरा से झांसी के बीच 24 से अधिक ट्रेनों को न्यूनतम 160 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलाने की तैयारी लगभग पूरी हो गई है. इन 24 ट्रेनों में वंदे भारत, शताब्दी और राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनें शामिल हैं. दिल्ली से चलने वाली यह ट्रेनें अभी आगरा तक ही 160 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से चलती हैं. वहीं आगरा के बाद इनकी स्पीड घटक 80 किमी के आसपास हो जाती है.
कम समय में तय करेंगी ज्यादा दूरी
अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली से झांसी की कुल दूरी 403 किलोमीटर है. भोपाल रेल मंडल के सीनियर डिविजनल कमर्शियल मैनेजर सौरभ कटारिया के मुताबिक ट्रेनों की स्पीड बढ़ने से रेलवे को ज्यादा मौका मिलता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय देश में कुल 150 वंदे भारत चल रही हैं. साल 2020-21 में वंदे भारत ट्रेनों की औसत गति महज 84.48 किमी प्रति घंटा थी. हालांकि साल 2023-24 में स्पीड में और गिरावट हुई और महज 76.25 किलोमीटर प्रति घंटा रह गई. इस रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में थोड़ा सुधार तो हुआ. फिर भी यह ट्रेन 18 मिनट की देरी से चल रही थी. जबकि 2023 में इस ट्रेन को लेट होने का औसत 20 मिनट का रहा था.
राजधानी-शताब्दी भी होती है लेट
रिपोर्ट के मुताबिक देश में 50 फीसदी से अधिक वंदे भारत ट्रेनें अपने समय से आठ मिनट की देरी से चलती हैं. हालांकि इसे मीडियन लेन की श्रेणी में रखा गया है. वहीं, रेलवे की दूसरी प्रीमियम ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस औसतन 10 मिनट और राजधानी एक्सप्रेस 15 मिनट की देरी से चलती हैं. चूंकि अन्य ट्रेनों के लेट होने का कोई मानक ही नहीं है, इसलिए लोग इतनी कम लेट चलने वाली इन ट्रेनों पर गर्व करते हैं.