आजमगढ़: मंत्री के काफिले में आगे चलने पर भिड़े BJP नेता, थाने में भी हुई सिरफुटौवल; फिर जो हुआ

आजमगढ़ में जीएसटी कार्यक्रम के दौरान बड़ा बवाल हो गया. मंत्री के काफिले में आगे चलने को लेकर बीजेपी युवा मोर्चा के दो नेताओं में पहले गाली गलौज और फिर मारपीट हो गई. स्थिति इतनी बिगड़ी कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्हें थाने ले जाया गया, जहां उन्होंने दोबारा झगड़ा किया. अंततः जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ.

आजमगढ़ में भिड़े बीजेपी नेता

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में एक तरफ जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर लोगों को जीएसटी कट के फायदे गिना रहे थे. वहीं पास में ही बीजेपी युवा मोर्चा के दो नेता एक दूसरे पर लात-घूंसे बरसा रहे थे. स्थिति बिगड़ते देख पुलिस दोनों नेताओं को लेकर थाने पहुंची, समझाने का प्रयास किया, लेकिन यहां भी इन नेताओं ने मारपीट कर ली. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से हालात को कंट्रोल किया. नौबत यहां तक आ गई कि खुद जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर को हस्तक्षेप करना पड़ा. इसके दोनों पक्षों ने आपस में राजीनामा किया.

मामला सोमवार की देर शाम आजमगढ़ शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित नेहरू हॉल का है. पुलिस के मुताबिक जीएसटी की घटी दरों का फायदा गिनाने के लिए बीजेपी की ओर से नेहरू हॉल में कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर आने वाले थे. उन्हें जिले की सीमा पर रिसीव करने के लिए अमौड़ा टोल प्लाजा पहुंच गए. वहां से जब मंत्री का काफिला नेहरू हॉल के लिए चला तो काफिले में आगे चलने को लेकर भाजयुमो जिलाध्यक्ष आजमगढ़ निखिल राय और भाजयुमो जिला मंत्री लालगंज अमन श्रीवास्तव में टकराव हो गया.

थाने में भी हुई मारपीट

वहां पर तो मुश्किल से मामला सुलझा और काफिला नेहरू हॉल पहुंच गया. लेकिन यहां एक बार मंच पर चढ़ने को लेकर ये दोनों नेता भिड़ गए. ऐसे में वहां मौजूद पुलिस ने इन दोनों को उठाकर कोतवाली पहुंचा दिया. वहां इन दोनों को समझाने की खूब कोशिश हुई, लेकिन मामला बिगड़ते हुए मारपीट में तब्दील हो गया. मौके पर पहुंचे सीओ ने दोनों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई का आदेश देकर निकल गए, लेकिन बवाल और बढ़ा तो एसएचओ ने मुकदमे की तैयारी कर ली. हालांकि बाद में मंत्री ने खुद मामले में हस्तक्षेप किया और मामले को रफादफा कराया.

वायरल हो रहे वीडियो

हालांकि मामले के निपटारे के बाद पुलिस ने कोई बयान नहीं दिया है. उधर, मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि यह पार्टी के अंदर का मामला है और इसे शांति पूर्वक सुलझा लिया गया है. हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह पूरा कार्यक्रम इन दोनों नेताओं के बीच हुई लड़ाई की भेंट चढ़ गया. इस बवाल के चलते कार्यक्रम स्थल से लेकर थाने तक करीब ढाई से तीन घंटे तक हाईप्रोफाइल ड्रॉमा चलता रहा. इस घटना की कई तस्वीरें और वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं.