बलिया में दिखेगा दार्जिलिंग का नजारा, 17 लाख में सज रहा है भव्य दुर्गा पंडाल

बस कुछ ही समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में दुर्गा पूजा की धूम देखने को मिलेगी. ऐसे में बलिया में 17 लाख रुपये से दार्जिलिंग की दर्ज पर यहां भव्य पंडाल सजाया जा रहा है. इस बार यहां दुर्गा पंडाल सजाए जाने का 25वां साल है.

बलिया में सज रहा दुर्गा पंडाल

आगामी नवरात्रि को लेकर पंडाल बनाने की तैयारी तेज हो गई है. गांव देहात में परंपरागत रूप से पंडाल बनाकर दुर्गा पूजा बहुत पहले से होता आ रहा है. लेकिन, आज हम आपको उस विशेष पंडाल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो जिले भर के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है. 25 सालों से अलग-अलग तर्ज पर यहां पंडाल बनाया जा रहे हैं, जो काफी अलग और भव्य होते हैं. पंडाल की इतनी खासियत है कि रात भर यहां लोगों की लाइन लगी रहती है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये पंडाल काफी खूबसूरत और आकर्षक होते हैं.

दार्जिलिंग की दर्ज पर बनेगा पंडाल

पिछले साल यहां अमरनाथ के तर्ज पर लगभग 12 लाख की लागत से पंडाल बनाया गया था, जो इस साल लगभग 17 लाख रुपए की लागत से दार्जिलिंग के दर्ज पर बड़े अद्भुत तरीके से इस पंडाल को बनाया जा रहा है. लोगों की मानें तो इस साल बलिया में दार्जिलिंग का नजारा देखने को मिलेगा. सबसे बड़ी बात यह है कि इतने भव्य और बड़े पंडाल को बनाने के लिए कहीं बाहर से कारीगर नहीं बुलाए जाते हैं, समय आते ही यहां गांव के युवा कलाकार बन जाता है और एक महीने पहले से ही यहां काम जोरों शोरों पर चल रहा है.

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वहीं दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि लगातार 24 साल से गोठौली गांव में भव्य पंडाल बनता आ रहा है. इस बार ये 25 वां साल हैं. इसमें हर साल केवल पंडाल 11 लाख रुपए से ज्यादा का बनता है. जिसे देखने के लिए रातभर श्रद्धालुओं की लाइन लगी रहती हैं. इसका पूरा खर्चा खुद गांव के लोग ही मिलजुलकर उठाते हैं. कुछ लोग बाहर नौकरी करते हैं, वो इसमें बढ़चढकर हिस्सा लेते हैं.

17 लाख रुपये में सजाया जाएगा पंडाल

इस बार का दुर्गा पंडाल लगभग 17 लाख की लागत से बनने जा रहा है. पिछले साल ये12 लाख की लागत से अमरनाथ के तर्ज पर बनाया गया था. उससे पिछली साल मां वैष्णव और उससे पहले केदारनाथ के तर्ज पर यहां पंडाल बनाया गया, जिसे देखने के लिए बहुत दूर – दूर से लोग आए थे. इस बार इसे दार्जलिंग के तर्ज पर बनाया जा रहा है, जिसके ऊपर टॉय ट्रेन चलने का नजारा दिखाई देगा. दार्जलिंग का महाकाल मंदिर से लेकर पहाड़ जैसे तमाम आकर्षित नजारा बलिया में दिखाई देगा.

सोनू सैनी ने कहा कि, “पिछली साल अमरनाथ के तर्ज पर बने पंडाल के ऊपर हेलीकॉप्टर आकर्षण का केंद्र बना था, तो इस बार दार्जलिंग का नजारा लोगों का मन निश्चित मोह लेगा. इसकी तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू कर दी गई है. यहां का पंडाल जिलेभर के लिए आकर्षण का केंद्र होता है. सबसे मजे की बात तो यह है कि इतने बड़े और भव्य पंडाल को बनाने के लिए बाहर से कोई कारीगर नहीं बुलाए जाते हैं. इस बार मां दुर्गा के पंडाल को बनाने के लिए गांव के लोग ही कलाकार बन जाते हैं और पूरा पंडाल खुद से तैयार करते हैं.