ABVP के हंगामे के बाद एक्शन, रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में चला बुलडोजर, ढहाया गया एनिमल हाउस
बाराबंकी के रामस्वरूप विश्वविद्यालय में प्रशासन ने बुलडोज़र चला दिया है. यह कार्रवाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं के भारी हंगामे के बाद की गई है. विश्वविद्यालय पर सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण करने का आरोप लगा था. इसी मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ था.
बाराबंकी के रामस्वरूप विश्वविद्यालय में शनिवार को प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया गया है. यह कार्रवाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं के भारी हंगामे के बाद की गई है. सुबह से ही दो बुलडोजर गेट के बाहर खड़े थे. दोपहर करीब 3:30 बजे बुलडोजर को परिसर के अंदर ले जाया गया. जिसके बाद नवनिर्मित ‘एनिमल हाउस’ को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया.
इसी मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ था. जिसमें कई छात्र बुरी तरह से घायल हुए थे और पुरा बवाल मच गया था. विश्वविद्यालय पर तालाब और ग्राम समाज की भूमि पर कब्जे के आरोप लगे थे. अब अवैध बिल्डिंग पर बुलडोजर गरजने लगा है. परिसर में सन्नाटा छा गया है. प्रशासन का कहना है कि यह केवल शुरुआत है आगे भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
एडीएम-ASP की अगुवाई में हुई कार्रवाई
एडीएम न्यायिक राजकुमार सिंह यादव और एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी की अगुवाई में बुलडोजर कार्रवाई की गई है. बुलडोजर से कॉलेज के फार्मेसी विभाग का एनिमल हाउस का भवन ध्वस्त कर दिया गया. मौके पर नवाबगंज एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व विभाग की टीम, नगर कोतवाली पुलिस और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा.
इस दौरान यूनिवर्सिटी परिसर छावनी में तब्दील कर दिया गया था. रामस्वरूप यूनिवर्सिटी पर साल 2013 से सरकारी भूमि (तालाब और ग्राम समाज की जमीन) पर कब्जे के आरोप लगते रहे हैं. कई बार इसकी शिकायत की गई थी जिसके आधार पर राजस्व विभाग ने जांच कर रिपोर्ट दी. जांच के बाद तहसीलदार कोर्ट ने जुर्माना लगाते हुए कब्जा हटाने का आदेश दिया था.
एक सितंबर को छात्रों पर हुआ था लाठीचार्ज
इसी मुद्दे को लेकर एक सितंबर को यूनिवर्सिटी परिसर में छात्रों और ABVP कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को बुरी तरह पीटा था. इसमें कई छात्रों के पैर, हाथ टूट गए थे, जिसके बाद एबीवीपी ने पूरे प्रदेश में जमकर हंगामा किया और प्रशासन पर यूनिवर्सिटी के इशारे पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया. यह मुद्दा अभी यूपी में काफी गरम है.