न्याय तो मिला नहीं, उल्टे पुलिस ने मांग ली 75 हजार की रिश्वत; हैरान कर देगी बाराबंकी में सुसाइड की कहानी

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में भीम आर्मी से जुड़े एक मजदूर ने पुलिस उत्पीड़न और दबंगों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में उसने पुलिस पर 75 हजार की रिश्वत मांगने और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया. मृतक के परिजनों और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने न्याय की मांग करते हुए हंगामा किया.

बाराबंकी में मजदूर ने किया सुसाइड

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में भीम आर्मी से जुड़े मजदूर के सुसाइड नोट से हड़कंप मच गया है. मौत को गले लगाने से पहले मजदूर अशोक कुमार ने लिखा है कि ‘मैं भीम आर्मी का सदस्य हूं, मेरी मौत का जिम्मेदार पुलिस और दबंग लोग हैं’. परिजनों ने बताया कि गांव के दबंगों ने पहले अशोक के घर में घुसकर मारपीट की. उसने पुलिस में शिकायत दी तो पुलिस ने आरोपियों के दबाव में अशोक के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया. यही नहीं, 75 हजार की रिश्वत मांगते हुए पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में फंसा कर जेल भेजने तक की धमकी दे दी थी.

मामला बाराबंकी के जैदपुर थाना क्षेत्र में मऊथरी गांव का है. इस गांव में रहने वाले अशोक कुमार का सितंबर को गांव के ही रामू पुत्र नौमीलाल के बीच झगड़ा हुआ था. आरोप है कि उसी रात रामू पक्ष के लोग शराब के नशे में धुत होकर अशोक के घर में घुसे और गाली-गलौज व मारपीट की. यहां तक कि अशोक की पत्नी लक्ष्मीवती के साथ अश्लील हरकतें भी कीं. इस संबंध में अशोक ने पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने उल्टा अशोक के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया.

पेड़ से लटका मिला था शव

परिजनों का आरोप है कि जैदपुर कोतवाल और पुलिसकर्मी अशोक और उनके बेटे रवि कुमार को थाने में बुलाकर प्रताड़ित करते थे. इन्हें पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देते हुए 75 हज़ार रुपये की रिश्वत भी मांगी. अशोक ने इतने पैसों के इंतजाम की कोशिश भी की, लेकिन जब व्यवस्था नहीं कर पाया तो 1 अक्टूबर की रात उसने गांव के बाहर पेड़ से लटकर सुसाइड कर लिया. फांसी लगाने से पहले अशोक ने सुसाइड नोट लिखकर सोशल मीडिया पर शेयर किया था.

बेटे ने बताया सितम की कहानी

इस घटना के बाद अशोक के परिजनों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने खूब हंगामा किया. इस दौरान परिजनों ने आरोपियों पुलिस कर्मियों एवं दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. मृतक के भाई ने बताया कि पुलिस से न्याय मांगना अशोक की जिंदगी पर भारी पड़ गया. मृतक के बेटे रवि कुमार ने बताया कि पुलिस ने उन्हें थाने में बैठाकर बहुत पिटाई की थी. इसके बाद भी उनसे 75 हज़ार की रिश्वत मांगी गई. इतने रुपयों का जुगाड़ ना होने पर उसके पिता ने फांसी लगाई है.