450 किलो मुर्गा, देग बिरयानी और 2000 बाराती… चिकन फ्राई को लेकर मचा ऐसा बवाल, बिजनौर में मैरिज हॉल बन गया युद्ध का मैदान
बिजनौर के फलक मैरिज हाल में बारातियों और घरातियों के बीच जमकर मारपीट हुई. दरअसल, यहां चिकन फ्राई को लेकर लेकर दोनों पक्षों में ऐसा बवाल हुआ कि तकरीबन 15 लोग घायल हो गए. ऐसे में पुलिस की उपस्थिति में निकाह की रस्में करानी पड़ी. वहीं, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
बिजनौर के एक बरात में अजीबोगरीब मामला हुआ. यहां चिकन फ्राई खाने को लेकर दूल्हा और दुल्हन के पक्ष के लोग आपस में भीड़ गए. कहासुनी देखते-देखते गाली-गलौच और मारपीट में तब्दील हो गई. इस संघर्ष में तकरीबन 15 लोग घायल हो गए. इन्हें इलाज के लिए अस्पताल भी ले जाना पड़ा.
बिजनौर के नगीना इलाके के कोटरा से बारात मझेडा तीबड़ी गई थी. यहां फलक मैरिज हाल में बरातियों को खाना परोसा जा रहा था. सभी मेहमान खाने का भरपूर लुत्फ ले रहे थे. बरातियों को खाना दुल्हन पक्ष के लोग परोस रहे थे. इस पर कुछ बरातियों ने चिकन फ्राई कम देने की शिकायत की. फिर क्या था चिकन परोस रहे शख्स ने उनकी पूरी प्लेटे चिकन फ्राई से भर दी. इसपर दूल्हे पक्ष वालों ने बुरा भला कहते हुए ढंग से खाना परोसने को कहा. इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी मार-पीट में बदल गई.
चिकन फ्राई खाने को तीन बार हुई मारपीट
काफी मशक्कत के बाद बीच-बचाव करा कर दोनो पक्षो को शांत कराया गया. तभी बरातियों की भीड़ खाने पर टूट पड़ी. थोडी ही देर में सारा खाना खत्म कर दोबारा चिकन फ्राई की मांग करते हुए हंगामा करने लगे. इसी बीच दुल्हन पक्ष के लोगो ने भी खाना खाना शुरू कर दिया. इससे बरातियों और दुल्हन पक्ष के लोगो में फिर से मारपीट हो गई. इस संघर्ष में दोनों पक्षो के पंद्रह लोग घायल हो गए. इनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
दुल्हन पक्ष ने दूल्हे पक्ष पर लगाया ये आरोप
दुल्हन पक्ष के मौलाना हाशिम का कहना था बराती खाना की बर्बादी कर रहे थे जिससे खाना खत्म हो जाए औक लड़की वालों की बदनामी हो. उन्होंने बताया कि चार सौ पचास किलो मुर्गा था. वहीं, खाने वाले दो हजार लोग थे. इसके अलावा बीस पच्चीस देग बिरयानी भी थी और कई तरह का खाने के आइटम थे.
दूल्हे पक्ष के लोगों ने क्या कहा?
वहीं, बरात में आये बरातियों का कहना था कि पहले बरात को तो खा लेने देते. लड़की पक्ष वाले पहले ही चिकन फ्राई पर टूट पड़े. इससे खाने को लेकर की लूट मच गयी. तीन बार दोनों पक्ष आपस में भिड़े. बाद में मुस्लिम धर्मगुरूओं के समझाने के बाद निकाह पढाया गया. तब तक पुलिस भी पहुंच गयी और बाकि की रस्में पुलिस की मौजूदगी में की गई.
