एक घंटे में 10 किमी दौड़ी 6 साल की अनामिका, 8 मिनट में 240 पुशअप लगाकर बना चुकी है रिकार्ड

उत्तर प्रदेश के गोंडा की 6 वर्षीय अनामिका मिश्रा ने 10 किमी मैराथन एक घंटे में पूरी कर नया कीर्तिमान बनाया है. इससे पहले वह महज 8 मिनट में 240 पुशअप लगाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करा चुकी है. जैविक भोजन पर निर्भर अनामिका का सपना ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड जीतना है.

छह साल की एथलीट अनामिका का नया रिकॉर्ड Image Credit:

उत्तर प्रदेश के गोंडा में छह साल की बेटी अनामिका मिश्रा ने एक बार नया रिकार्ड बनाया है. उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत आयोजित मैराथन दौड़ में प्राथमिक विद्यालय भीखम पुरवा में छठीं की छात्रा अनामिका ने महज एक घंटे में 10 किमी की दौड़ पूरी की. यह मैराथन दौड़ गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी. 6 वर्षीय अनामिका इटियाथोक क्षेत्र के भीखमपुरवा गांव की रहने वाली है. उसके पिता मनोज मिश्रा प्राथमिक विद्यालय भीखमपुरवा में प्रधानाध्यापक हैं.

अनामिका की इस उपलब्धि पर गौरवांवित मनोज मिश्रा ने बताया कि खेलों में उसकी रुचि बचपन से ही है. सोशल साइट्स के जरिए उसकी रुचि ओलंपिक खेलों की ओर हुई और बड़े होकर इन खेलों में हिस्सा लेने के लिए वह अभी से पसीने बहा रही है. उन्होंने भी बेटी की रुचि को देखकर उसे इसी दिशा में आगे बढ़ने के लिए खूब प्रोत्साहन दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी अनामिका का सपना ओलंपिक खेलों में भाग लेने और भारत के लिए गोल्ड जीतने का है.

इंडिया बुक में दर्ज है नाम

इससे पहले अनामिका मिश्रा ने सिर्फ 8 मिनट में 240 पुशअप लगाकर इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी है. उसके पिता मनोज मिश्रा के मुताबिक अनामिका सिर्फ दौड़ में ही हिस्सा नहीं लेती, बल्कि वह पुशअप्स भी बेहद तेजी से लगाती है. उन्होंने बताया कि पिछले साल एक प्रतियोगिता में उसने महज 8 मिनट में 240 पुशअप लगाए थे. उस समय उसका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हुआ था. उसे इस उपलब्धि के लिए “मैक्सिमम पुश अप्स ए फीमेल किड” का खिताब भी मिला है.

गुरुवार को हुआ मैराथन

गांधी जयंती के अवसर पर गुरुवार को 10 किमी के मैराथन का आयोजन किया गया था. यह मैराथन पुलिस चौकी भवनियापुर खुर्द से शुरू होकर इटियाथोक तक हुआ. इसके लिए एक घंटे का समय तय किया गया था. सुबह ठीक छह बजे हरी झंडी दिखाई गई. इसमें बड़ी संख्या में बच्चों ने हिस्सा लिया था, लेकिन कई बच्चे बीच में ही रूक गए, जबकि अनामिका ने नीयत समय के अंदर इस दौड़ को पूरा किया. उसके परिजनों के मुताबिक इस उम्र में बच्चे जहां खाने खेलने में रूचि दिखाते हैं, वहीं अनामिका को ऐसा कोई शौक नहीं है. यहां तक कि वह बाहर की पैकेटबंद चीजें, तली भुनी चीजें, चीनी,चावल आलू आदि भी पसंद नहीं है. वह केवल जैविक सब्जियों व फलों तथा सूखे मेवे पर ही निर्भर है.

रिपोर्ट: राजकुमार सिंह, गोंडा

Latest Stories

गाजियाबाद में महंगे होंगे फ्लैट-मकान! इसी महीने घोषित होंगे संशोधित सर्किल रेट, जानें कहां और कितनी बढ़ेंगी कीमतें

गर्लफ्रेंड के लिए कर्जदार हुए प्रधान पति, रच डाली खुद के अपहरण की साजिश; 4 दिन बाद ऐसे हुआ खुलासा

जुमे की नमाज से पहले बरेली में प्रशासन का बड़ा एक्शन, 48 घंटे के लिए जिले में इंटरनेट बंद; MMS भी नहीं चलेगा

पहले गर्लफ्रेंड को पीटा, फिर दुपट्टा पकड़कर बाइक से 500 मीटर घसीटा; प्रयागराज में BF ने की हैवानियत

लखनऊ एयरपोर्ट पर तैनात होमगार्ड ने लगाई फांसी, एयर ट्रैफिक कंट्रोल उपकरणों की सुरक्षा की थी जिम्मेदारी

इन महिला शिक्षिकाओं को भी मिल सकेगी 6 महीने की मैटरनिटी लीव, दशहरा पर योगी सरकार का तोहफा