कलियुग में भी श्रवण कुमार… दादी को कांवड़ में बैठाकर पोते ने शुरू की 280 KM यात्रा

बुलंदशहर के रहने वाले नीरज और सनी ने अपनी दादी को कांवड़ में बैठाकर करीब 280 किलोमीटर की यात्रा शुरू की है. उनका सपना है कि वे दादी को यात्रा कराएं. उनका कहना है ये उन्हें आध्यात्मिक संतोष दे रहा है.

दादी को कांवड़ में बैठाकर शुरू की 280 KM यात्रा

कांवड़ यात्रा को लेकर भक्तों के अलग- अलग अंदाज देखने को मिल रहे हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला है बुलंदशहर के रहने वाले नीरज और सनी की कांवड़ यात्रा में. वे अपनी दादी को हरिद्वार से कांवड़ में बैठाकर 280 KM की यात्रा कर रहे हैं. दादी को इस अनोखे अंदाज में यात्रा कराना चर्चा का विषय बना हुआ है. इसे लेकर लोग उनकी तारीफ कर रहे है. यही नहीं लोग उन्हें कलियुग का श्रवण कुमार करार दे रहे हैं.

अनोखे अंदाज में कांवड़

सावन में कांवड़ यात्रा को लेकर अलग- अलग रंग देखने को मिलते हैं. इस बार भी कई लोग अनोखे अंदाज में कांवड़ यात्रा को लेकर चर्चा में हैं. कोई मुस्कान वाली नीली ड्रम के शुद्धिकरण को लेकर कांवड़ उठा रहा है तो कोई अल्लाह और जीजस क्राइस वाली कांवड़ को लेकर सुर्खियां बटोर रहा है. इसी बीच कुछ ऐसी भी तस्वीरें आई हैं, जिसे लेकर लोग श्रवण कुमार वाली भक्ति करार दे रहे हैं.

अनोखे अंदाज में कांवड़ यात्रा

बताई ये वजह

ऐसे ही नीरज और सनी की कांवड़ की भी खूब चर्चा हो रही है. इसे लेकर जो वीडियो वायरल है, उसमें साफतौर से देखा जा सकता है कि उनकी कांवड़ के एक पलड़े में गंगाजल है तो दूसरे पलड़े में उन्होंने अपनी दादी को बैठा रखा है. उनकी ये यात्रा करीब 280 KM लंबी है और वे उसे पैदल ही पूरी करते नजर आ रहे हैं.

उनका कहना है कि जल्द ही वे अपने गांव मुकंदगढ़ी पहुंचकर गंगाजल से शिव का अभिषेक करेंगे. दादी को कांवड़ में बैठाकर ले जाने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा वो अपनी श्रद्धा से कर रहे हैं. उनका कहना है कि इससे उन्हें खुशी मिल रही है.

अलीगढ़ में भी दिखी थी ऐसी तस्वीर

इसके पहले अलीगढ़ में भी ऐसी तस्वीर देखने को मिली थी. यहीं के रहने वाले संजू बाबा भी अपनी मां को पालकी में बैठाकर यात्रा करते दिखाई दिए थे. संजू ने कांवड़ में एक तरफ गंगाजल और दूसरी तरफ अपनी मां को बैठाकर यात्रा की थी. इसे लेकर उन्हें काफी सराहा गया था.