नवरात्रि 2025: कानपुर में रिवॉल्वर रानी बनी ये 9 देवियां, DM ने दिए हथियार के लाइसेंस
कानपुर डीएम ने अष्टमी के मौके पर 9 महिलाओं को शस्त्र लाइसेंस दिए हैं. महिलाओं को ये सभी लाइसेंस पिता या पति से ट्रांसफर किए गए हैं. इस दौरान लाइसेंस पाने की खुशी महिलाओं के चेहरे पर साफ दिख रही थी.

नवरात्रि का समय चल रहा है. इस समय देशभर के मंदिरों में खूब भीड़ उमड़ रही है. इस मौके पर 9 दिनों तक लोग व्रत रहते हैं. साथ ही अष्टमी और नवमी के दिन बेटियों को देवियों की तरह पूजा भी जाता है. ऐसे में कानपुर की नौ महिलाओं को प्रशासन ने हथियारों का लाइसेंस देते हुए सशक्त बनाया है.
अधिकारियों के मुताबिक ये सभी लाइसेंस विरासत के थे. यह महिलाओं के पिता या पति के बाद उनको ट्रांसफर किए गए. इस मौके पर डीएम ने सभी महिलाओं को शस्त्र की जिम्मेदारियों के बारे में भी जानकारी दी. लाइसेंस पाने की खुशी महिलाओं के चेहरे पर साफ दिख रही थी.
लाइसेंस ट्रांसफर करने की क्या है प्रक्रिया
दरअसल शस्त्र लाइसेंस या तो नया दिया जाता है या फिर जिसके पास लाइसेंस हो वह अपने वारिस को ट्रांसफर कर सकता है. इसके पीछे स्वास्थ कारण भी हो सकते हैं. किसी के निधन के बाद उसके वारिस को भी हथियार के लाइसेंस ट्रांसफर कर दिए जाते हैं. ऐसे ही अष्टमी के मौके पर 9 महिलाओं को शस्त्र लाइसेंस. यह सभी लाइसेंस रिवॉल्वर, पिस्टल या डबल बैरल के थे.
डीएम ने जिम्मेदारी का पढ़ाया पाठ
महिलाओं को लाइसेंस देते हुए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने उनको जिम्मेदारी का पाठ भी पढ़ाया. डीएम ने कहा कि शस्त्र लाइसेंस लेने वालों के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है. हथियार किसी गलत व्यक्ति के हाथ में नहीं जाना चाहिए. इन हथियारों को वहीं रख सकता है जिसके नाम का लाइसेंस है.
लाइसेंस मिलने पर महिलाएं खुश
लाइसेंस मिलने के बाद महिलाओं और उनके परिजनों में भी खुशी का माहौल था. कई महिलाएं अपने बच्चों या पति के साथ डीएम ऑफिस पहुंची थीं. महिलाओं के मुताबिक उनके लाइसेंस का ट्रांसफर कई वर्षों से लंबित था. लेकिन अब प्रशासन ने उनका सपना पूरा कर दिया. महिलाओं का कहना है कि वे जिम्मेदारी पूर्वक इस लाइसेंस को रखेंगी और किसी गलत हाथों में नहीं जाने देंगी.