UP में धान की MSP 2389 रुपये, 48 घंटे में होगा भुगतान; जानें आपके जिले में कब खुलेंगे क्रय केंद्र

उत्तर प्रदेश में धान खरीद की तारीखें घोषित हो गई हैं. पश्चिमी यूपी में 1 अक्टूबर से और पूर्वी यूपी में 1 नवंबर से धान क्रय केंद्र खुलेंगे. इस बार किसानों को 48 घंटे के भीतर भुगतान मिलेगा. सरकार ने इस साल MSP में भी वृद्धि की है. बिचौलियों से मुक्ति के लिए OTP आधारित पंजीकरण अनिवार्य है. इसके लिए कुल 3300 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं.

यूपी में बुधवार को शुरू होंगे क्रय केंद्र

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक अक्टूबर यानी बुधवार से धान की खरीद शुरू हो जाएगी. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान की खरीद शुरू करने के लिए एक नवंबर की तारीख तय की गई है. इसके लिए प्रदेश भर में 3300 क्रय केंद्र खोले गए हैं. इन सभी केंद्रों के माध्यम से सरकार करीब 60 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद करेगी. बड़ी बात कि इस बार हर हाल में 48 घंटे के भीतर किसानों को भुगतान करा दिया जाएगा. सरकार की इस घोषणा के बाद से प्रदेश में अब तक 23500 से अधिक किसानों ने अपना पंजीकरण कराया है.

अधिकारियों के मुताबिक खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के तहत पश्चिमी उत्तर प्रदेश और लखनऊ संभाग के हरदोई, लखीमपुर खीरी, सीतापुर आदि जिलों में धान की खरीद बुधवार से शुरू होगी. वहीं एक नवंबर से पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलावा लखनऊ संभाग के बाकी जिलों लखनऊ, रायबरेली व उन्नाव में खरीद की जाएगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार की सुबह 11 बजे तक करीब साढ़े 23 हजार किसानों ने धान बेचने के लिए अपने रजिस्ट्रेशन कराए थे. अधिकारियों के मुताबिक धान बिक्री के लिए किसानों को fcs.up.gov.in या UP KISAN MITRA पर पंजीकरण कराना होगा. किसी भी क्रय केंद्र पर केवल पंजीकृत किसानों से ही धान की खरीद होगी.

28 फरवरी तक होगी धान की खरीद

अधिकारियों के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी तक धान की खरीद होगी. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में 28 फरवरी 2026 तक क्रय केंद्र खुले रहेंगे. इन सभी केंद्रों पर सुबह 9 से शाम पांच बजे तक किसानों की फसल खरीदी जाएगी. इस बार सरकार ने धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की है. इस साल धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (कॉमन)-2369 और (ग्रेड ए) का 2389 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है. बड़ी बात यह है कि धान बिक्री होने के 48 घंटे के अंदर किसानों के खाते में भुगतान हो जाएगा.

ऐसे मिलेगी किसानों की सुविधा

धान की खरीद सुनिश्चित करने और समय पर भुगतान आदि की सुविधा के लिए सरकार ने इस बार ओटीपी आधारित सिंगल पंजीकरण सिस्टम लागू किया है. इस सिस्टम से अब तक साढ़े 23 हजार से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराए हैं. इस सिस्टम से किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिल जाएगी. वहीं आधार लिक्ड बैंक खातों में सीधे पैसा ट्रांसफर होगा. इसलिए किसी की सिफारिश भी नहीं करनी होगी. इसके लिए क्रय केंद्रों पर धान की खरीद ई-पॉप (इलेक्ट्रॉनिक प्वॉइंट ऑफ परचेज) डिवाइस के माध्यम से किया जा रहा है.