पति के जिंदा रहते तूती बोलती थी, मौत के बाद नसीब नहीं हुई कब्र की मिट्टी; अब कहां हैं UP की ये 3 बाहुबली विधवाएं

प्रयागराज के बाहुबली अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और मऊ-गाजीपुर के बाहुबली मुख्तार अंसारी की बीवियां आज फरार हैं. पतियों की मौत के बाद न तो उन्हें मिट्टी नसीब हुई और न ही संपत्ति का सुख. शाइस्ता परवीन, जैनब और अफसां अंसारी पर पुलिस ने लाखों का इनाम घोषित किया है. उनकी अवैध संपत्तियां जब्त हो चुकी हैं. बाहुबलियों के जीवन काल में राज भोगने वाली ये विधवाएं अब छिपकर फरारी काट रही हैं.

शाइस्ता, जैनब और अफसां अंसारी

एक समय था, जब उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) और कौशांबी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तूती बोलती थी. वहीं मऊ-गाजीपुर में मुख्तार अंसारी का एकछत्र राज चल रहा था. सरकार चाहें जिसकी हो, इनकी हनक और टशन पर कोई आंच नहीं आती. इन बाहुबलियों ने करोड़ों-अरबों की संपत्ति बनाई. जिसका उपभोग इनके पत्नी बेटे एवं अन्य लोग करते रहे हैं. फिर आया साल 2017 और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ. फिर इन तीनों बाहुबलियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई.

समय का चक्र ऐसा चला कि फंसकर अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ तो सरेआम गोली मार दिए गए. वहीं मुख्तार की भी मौत जेल के अंदर कथित तौर पर लंबी बीमारी की वजह से हुई. इन तीनों बाहुबलियों की मौत के वक्त एक बार लगा कि इनकी बनाई संपत्तियों पर इनकी बीवियां राज करेंगी. लेकिन, समय का चक्र किसी को छोड़ता कहा है? नौबत ऐसी आ गई कि इन तीनों ही बाहुबलियों की बीवियां को पति के कब्र की मिट्टी तक नसीब नहीं हुई. ये तीनों आज तक फरार हैं और इनके ऊपर लाखों का इनाम है.

50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन

आइए, इस प्रसंग में आज इन तीनों बाहुबली विधवाओं की बात डिटेल में करते हैं. शुरूआत शाइस्ता परवीन यानी प्रयागराज में माफिया रहे अतीक अहमद की बीवी के साथ करते हैं. इस बाहुबली विधवा पर पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है. इसके अलावा शाइस्ता पर अवैध हथियार रखने समेत कुल 7 मुकदमे दर्ज हैं. यही नहीं, 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बनाने का मामला अलग से चल रहा है. 50 हजार रुपये की इनामी शाइस्ता परवीन 27 फरवरी 2023 से फरार है.

बमबाज गुड्डू के साथ काट रही फरारी

ऐसे में प्रयागराज प्रशासन उसके नाम पर दर्ज दो इमारतों को पहले ध्वस्त कर जमीन को जब्त कर चुका है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक शाइस्ता और बमबाज गुड्डू एक साथ फरारी काट रहे हैं. कहा तो ये भी जा रहा है कि अतीक के जेल जाने के बाद शाइस्ता के गुड्डू के साथ अवैध संबंध हो गए थे और अतीक की हत्या के बाद दोनों एक साथ फरार हो गए. पिछले दिनों पुलिस ने इनकी लोकेशन उत्तर प्रदेश में कौशांबी, नोएडा और मेरठ के बाद ओडिशा और पश्चिम बंगाल में ट्रैस की थी, लेकिन उसके बाद से इन दोनों की कोई खबर नहीं है. फिलहाल उसकी तलाश छह राज्यों में हो रही है.

कहां लापता हो गई जैनब?

शाइस्ता परवीन की फरारी के कुछ दिनों के बाद अशरफ की बीवी जैनब भी संदिग्ध तरीके से फरार हो गई. इससे पहले उसने अपनी ननद आयशा नूरी के साथ रिपोर्टर क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस किया था. इसमें आरोप लगाया था कि शाइस्ता प्रयागराज में मेयर का चुनाव लड़ने वाली थी, इसलिए यूपी सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी ने उसे और पूरे परिवार को उमेश पाल हत्याकांड में फंसा दिया. हालांकि जब उमेश पाल हत्याकांड की जांच का दायरा बढ़ा और पता चला कि इस साजिश में शाइस्ता ही नहीं, जैनब और आयशा नूरी की भी भूमिका रही है तो पुलिस इनसे भी पूछताछ करने पहुंच गई. इसके बाद यह दोनों ननद-भौजाई फरार हो गईं. पुलिस ने जैनब की आखिरी लोकेशन उसके मायके हटवा में ट्रैस किया था.

जब पुलिस पर भारी पड़ी थी जैनब

पुलिस उसे पकड़ने के लिए पहुंची भी थी, लेकिन गांव की 200 से अधिक महिलाओं ने पुलिस पार्टी को ही घेर लिया था. ऐसे में पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा था. उसके बाद से उसकी कोई खबर नहीं है. फिलहाल जैनब पर चार मुकदमे में हैं. इसमें एक मामला तो उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल होने का है, वहीं एक अन्य मामला पूरामुफ्ती थाने में दर्ज सुन्नी वक्फ बोर्ड की 50 करोड़ की संपत्ति हड़पने का है. इसके अलावा अवैध तरीके से हथियार रखने और सबूत मिटाने के मामले भी उसके खिलाफ पुलिस में दर्ज हैं. उसके खिलाफ 25 हजार रुपये का इनाम है. जबकि उसकी ननद यानी अतीक अशरफ की बहन आयशा नूरी पर भी 25 हजार का इनाम है.

अफसां ऑपरेट कर रही थी मुख्तार का गैंग

मऊ गाजीपुर के कुख्यात डॉन मुख्तार अंसारी की बीवी अफसां अंसारी भी फरार है. इसके खिलाफ मऊ के दक्षिण टोला थाने में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज है. आरोप है कि मुख्तार के जेल में रहते अफसां ही उसके गैंग को ऑपरेट कर रही थी. कुछ दिन पहले ही इस मामले में कोर्ट ने गैर जमानती वारंट के साथ संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिया था. साथ ही अफसां को कोर्ट में हाजिर होने के लिए एक सितंबर की डेट मुकर्रर की थी. बावजूद इसके अफसां अब तक कोर्ट में हाजिर नहीं हुई है. 75 हजार की इनामी अफसां अंसारी की संपत्तियों के साथ ही पुलिस उसके बैंक एकाउंट को सीज कर चुकी है. उसके सीज हुए खाते में 2552000 रुपये हैं. उसके खिलाफ गाजीपुर कोतवाली और नंदगंज थाने में भी मुकदमे दर्ज हैं.