सिर्फ 70 रुपये के लिए अटका कानपुर न्यू सिटी प्रोजेक्ट, अब दीपावली पर नहीं होगा लॉन्च

न्यू कानपुर सिटी प्रोजेक्ट दीपावली के खास मौके पर लॉन्च होने वाली थी. इसके लिए किसानों से जमीनें भी ली जा चुकी हैं. लेकिन अब प्रशासन की तरफ से भेजे गए बजट में 70 रुपये का अंतर आने से यह योजना अटक गई है.

न्यू कानपुर सिटी प्रोजेक्ट

नया कानपुर शहर बसाने का ड्रीम प्रोजेक्ट कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की वजह से एक बार फिर अटक गया है. अब न्यू कानपुर सिटी योजना अब दीपावली पर लॉन्च नहीं हो पाएगी. इसके पीछे जो वजह सामने आ रही है, उसे सुनकर आप चौंक जाएंगे. 70 करोड़ के लागत से बनने जा रहे न्यू कानपुर सिटी के ड्रेनेज लाइन में 70 रुपये का अंतर पाया गया जिसके चलते एक महीने से यह फाइल अटकी हुई है

मामला सामने आने पर कानपुर विकास प्राधिकरण के के सचिव अभय कुमार ने अभियंत्रण विभाग को जल्द से जल्द फाइल दुरुस्त करके टेंडर करने के आदेश दिए हैं. न्यू कानपुर सिटी योजना लॉन्चिंग के लिए इससे पहले 15 अगस्त की डेडलाइन दी गई थी. लेकिन देरी होने के चलते इसे दीपावली के ऑफर के रूप में कानपुर की जनता रखा जाना था.

लापरवाही की भेंट चढ़ रही कानपुर न्यू सिटी परियोजना

29 साल से न्यू कानपुर सिटी डेवलपमेंट की योजना धरातल पर सरकार का लाने का यह प्रयास अधिकारियों की लापरवाही की कहीं भेंट न चढ़ जाए. इसलिए केडीए सचिव कुमार ने सख्ती दिखाते हुए. अभियंत्रण विभाग को फाइल में हुई गलती को सही करने के साथ ही जल्द ही वित्त विभाग को भेजने को बोला है.

किसानों से जमीनें खरीदी जा चुकी है

बता दें कि न्यू कानपुर सिटी की योजना में किसानों से जमीन खरीदी जा चुकी है. काफी विकास कार्य धरातल पर उतर आया है लेकिन सिटी में नाली खरंजा सीवर ड्रेनेज सिस्टम अभी नहीं डाला जा सका है. इसके टेंडर के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण के जून के अधिशासी अभियंता अमनदीप को फाइल बनाने के साथ टेंडर प्रक्रिया करने को बोला गया था. पूरे मामले में 1 महीने पहले के डी ए जोन 1 के नियंत्रण अधिशासी अभियंता अमनदीप ने यह फाइल बनाकर वित्त विभाग को भेज दी थी. इसमें टेंडर के अनुमानित लागत 70 करोड रुपए बताई गई थी. लेकिन इस फाइल को करीब महीने रखे जाने के बाद वित्त विभाग की तरफ से इसे बीते चार दिन पहले वापस कर दिया.

बजट में 70 रुपये का आ रहा है अंतर

जानकारी के मुताबिक अभियंत्रण विभाग की तरफ से भेजी गई टेंडर लागत 70 करोड़ बताई गई थी, लेकिन फाइल में जोड़ करने पर 70 रुपए का अंतर आ रहा है. ऐसे अधिकारियों की लापरवाही से न्यू कानपुर सिटी योजना एक बार फिर अधर में लटक गई है.