पुलिस को 6 घंटे छकाया, फिर झाड़ियों में मिला, स्कूल जाने से बचने के लिए खेला लुका-छिपी का खेल

कानपुर में 5 वीं क्लास में पढ़ने वाले एक बच्चे ने स्कूल जाने से बचने के लिए ऐसी प्लानिंग की, जिसके बाद उसके घरवालों सहित पुलिस को भी घंटो खाक छाननी पड़ी. हांलाकि करीब 6 घंटे बाद बच्चा एक झाड़ी में मिल गया. आखिर बच्चे ने ऐसा कौनसा पैतरा अपनाया कि गोताकोरों समेत सभी लोग घंटो तक मसक्कत करते रहे. पूरी कहानी सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं.

नहर किनारे खड़ी मिली थी सायकिल Image Credit:

कानपुर के बिधनू इलाके में एक बच्चे ने लुका- छिपी का ऐसा खेल किया कि उसके घरवालों सहित पुलिस के भी हाथ- पांव फूल गए. हुआ ये कि एक 13 साल का बच्चा स्कूल न जाने की नियत से नहर किनारे साइकिल छोड़कर झाड़ियों में छिप गया. काफी वक्त तक न लौटने के बाद घर वालों ने उसे ढ़ूढ़ना शुरू किया.

नहर किनारे सायकिल खड़ी देख उन्होंने सोचा कि वो नहर में बह गया होगा. इसके बाद पुलिस ने घंटों सर्च ऑपरेशन चलाया. करीब 6 घंटे की कवायत के बाद वो झाड़ियों में सुरक्षित मिला. जिसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली. हांलाकि बच्चे की हरकत के चलते परिवार वालों सहित पुलिस भी घंटों तक परेशान रही.

परिवार वालों ने बताई पूरी कहानी

परिवार वालों के मुताबिक रामकेश मंगलवार सुबह बहाना बनाकर घर से निकला था. उसे स्कूल न जाना पड़े इसके लिए उसने अपनी साइकिल छोड़ दी और वहीं झाड़ियों में जाकर छिप गया. जब वो देर तक घर नहीं लौटा तो परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की. नहर के किनारे उसकी साइकिल मिलने पर परिजन घबरा गए. उन्हें लगा कि वो नहर में डूब गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद बिधनू थाने की टीम ने गोताखोरों और PAC बोट के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया. घंटों चले इस रेस्क्यू में गांव वालों ने भी पूरा साथ दिया.

झाड़ी मे छिपा मिला

बाद में गांव के ही रहने वाले एक शख्स ने देखा कि नहर के किनारे झाड़ियों में पड़ी रामकेश की टोपी पड़ी हुई है. इसके बाद झाड़ियों में तलाश की गई तो वो वहीं बैठा मिला. पुलिस ने बच्चे को समझाया- बुझाया और भविष्य में ऐसी हरकत न करने की हिदायत दी. इस घटना के जरिए कहीं न कहीं बच्चों पर पढ़ाई को लेकर दबाव की भी बात देखने को मिली है.