नौकरी सिक्योरिटी गार्ड की, CGST ने थमाया सवा 3 करोड़ का नोटिस; परेशान युवक ने मांगी इच्छा मृत्यु
कानपुर के एक कोचिंग सेंटर में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करने वाले सख्श को केंद्रीय GST विभाग ने 3 करोड़ 15 लाख रुपये का नोटिस थमा दिया है. नोटिस में ओमजी को कपड़ा व्यापारी बताया गया है. इस गलत नोटिस से परेशान ओमजी ने सीजीएसटी कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है और सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग की है.

उत्तर प्रदेश में कानपुर स्थित एक कोचिंग सेंटर में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले युवक ने केंद्रीय जीएसटी विभाग ने सवा तीन करोड़ का नोटिस थमा दिया है. कानपुर के आवास विकास हंसपुरम में रहने वाले इस युवक दिल्ली स्थित केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर विभाग ने नोटिस दिया है. इसमें पीड़ित युवक को कपड़े का कारोबारी बताया गया है. इस नोटिस के बाद पीड़ित ने कानपुर में सीजीएसटी कमिश्नर रोशन लाल से मिलकर न्याय की गुहार की है.
पीड़ित ओमजी शुक्ला ने सीजीएसटी कमिश्नर को बताया कि वह काकादेव स्थित एक कोचिंग सेंटर में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं और वहां से मिलने वाली तनख्वाह से बड़ी मुश्किल से अपना और परिवार का भरण पोषण कर पाते हैं. बताया कि पिछले दिनों उन्हें सीजीएसटी विभाग दिल्ली से यह नोटिस मिला. इसमें उन्हें कपड़े का कारोबारी बताते हुए तीन करोड़ 15 लाख रुपये बकाया होने की बात कही गई थी. उन्होंने इस नोटिस को देखा तो उन्हें लगा कि यह फर्जी है, इसलिए वह चुप रह गए, अब दोबारा पोस्टमैन ने एक और नोटिस थमा दिया है.
नोटिस में बताया गया कपड़ा कारोबारी
32 पेज के इस नोटिस पर उनका नाम और उनके घर का पता लिखा है. साथ ही इसमें वर्णित परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) भी उनका ही है. यह देखकर उन्हें शक हुआ और उन्होंने भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्रा से मिलकर इस संबंध में बात की. इसमें पता चला कि उनके नाम पर 17 करोड़ 47 लाख 56 हजार 200 रुपये का कारोबार हुआ है और इस कारोबार पर उनके नाम से 3 करोड़ 15 लाख रुपये बकाया है. इस नोटिस में उन्हें सात दिन के अंदर संबंधित दस्तावेज लेकर कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया था.
सरकार से मांगी इच्छा मृत्यु
व्यापार मंडल अध्यक्ष की ही सलाह पर सोमवार को ओमजी सर्वोदय नगर स्थित सीजीएसटी कार्यालय पहुंचे और विभाग के कमिश्नर रोशन लाल से न्याय की गुहार की. इस दौरान सीजीएसटी कमिश्नर ने बताया कि जहां से नोटिस आया है, जवाब भी वहीं दाखिल करना होगा. उन्होंने कहा कि ओमजी को दिल्ली के सीजीएसटी ऑफिस में जाकर नोटिस का जवाब देना होगा. उधर, इस नोटिस से परेशान युवक को अब कोई उपाय नहीं सूझ रहा है. कहा कि इतनी रकम तो वह जिंदगी भर कमाकर भी नहीं जमा कर सकता. अब उसने सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग की है.